मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर। CG NEWS : सरकार सरकारी स्कूलों में बेहतर शिक्षा के लिए नई शिक्षा नीति लेकर आई, शिक्षकों की भर्ती में बीएड डीएड की अनिवार्यता सुनिश्चित की ताकि बच्चों की शिक्षा के गुणवत्ता में अमूल चूक परिवर्तन हो सके, लेकिन प्रदेश के दुरुस्त इलाकों में प्राथमिक से लेकर हाइ स्कूलों में शिक्षक घर बैठे वेतन लेने का षडयंत्र करते देखे जा रहे है। मामला खड़गवां जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत ठगगांव के हाइ स्कूल का है।
मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिला के विकासखंड खड़गवां से लगभग 10 किमी0 दूर में स्थित ठग्गगांव का यह हाइ स्कूल है जहां पांच शिक्षक पदस्त है। इन पांचों शिक्षकों में दो बीएड और तीन डीएड है। जिसमें एक प्रभारी प्राचार्य और 4 व्याख्याता है। वेल क्वालीफाइड शिक्षकों की इन टीम का लाभ बच्चों को नहीं मिल पा रहा है। दरअसल सभी शिक्षक सेटिंग के तहत स्कूल पहुंचते है। कभी भी सभी शिक्षकों की मौजूदगी स्कूल में नहीं देखी गई। होता यह है कि कुछ टीचर सरकारी छुट्टी पर रहते है तो कुछ व्हाट्सएप में छुट्टी का आवेदन भेज दिया करते है तो कुछ पालक जनसंपर्क के बहाने घर में बैठे रहते है।
स्कूल का जायजा लेने पहुंची मीडिया की टीम ने पाया कि पांच स्कूली शिक्षक में सिर्फ एक शिक्षक प्रसन्ना मेरी लकड़ा ही स्कूल में मौजूद है जो बच्चों को अंग्रेजी का विषय पड़ा रही थी। पूछने पर उन्होंने बताया कि प्रभारी प्राचार्य एक लंबी छुट्टी पर है, वहीं एक शिक्षक का वॉट्सएप में छुट्टी का आवेदन आया है और एक शिक्षक पालक जनसंपर्क पर गई। इसके साथ ही दोपहर के बाद एक अटैच टीचर स्कूल पहुंचे।
घटना की जानकारी के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने तत्काल स्कूल में एक जांच टीम भेजा है, जांच रिपोर्ट जांच अधिकारी द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपने के बाद किस तरह की कार्यवाही होती है यह देखना काफी दिलचस्प होगा।