गरियाबंद। CG: जिले के नगरीय निकायों में कार्यरत प्लेसमेंट कर्मचारियों ने आज 22 नवंबर से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। वे गरियाबंद के गांधी मैदान में संयुक्त रूप से धरने पर बैठ गए है। हड़ताल लंबे समय तक चलने पर नगरीय निकायों की सेवाओं पर भी गहरा असर पड़ सकता है।
उनका कहना है कि कोरोना संक्रमण काल में भी निस्वार्थ भाव से काम किया लेकिन जो सुविधा उन्हें मिलनी चाहिए वह नहीं मिल रही है।प्लेसमेंट और अनियमित कर्मचारियों ने बताया कि कि वे पिछले 10 से लेकर 20 सालों से यहां काम कर रहे हैं। बावजूद इसके उनकी मांगों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। ठेका प्रथा के तहत होने वाले वेतन भुगतान को समाप्त किए जाने की मांग की है।
बता दे कि गरियाबंद जिले में नगर पालिका परिषद् गरियाबंद से 58, नगर पंचायत राजिम से 43, नगर पंचायत फिंगेश्वर से 29 और नगर पंचायत छुरा से 19 कुल 149 प्लेसमेंट कर्मचारी है। संघ के जिलाध्यक्ष दीपक वर्मा ने बताया कि महासंघ द्वारा विगत वर्षों से शासन के अन्य विभागों की तर्ज पर निकायों से सीधे वेतन का भुगतान किये जाने हेतु समय-समय पर धरना-प्रदर्शन कर अपनी मांगों से शासन को अवगत करते आ रहा है। परंतु शासन-प्रशासन द्वारा हमारी मांगों पर गंभीरता से कोई आवश्यक कार्यवाही नहीं की गई है।
जिससे छ.ग. के 184 निकायों में कार्यरत 20,000 प्लेसमेंट कर्मचारी व परिवार में काफी असंतोष एवं आकोशित है। निकायों में कार्यरत प्लेसमेंट कर्मचारियों को निकायों से सीधे वेतन भुगतान (4000 श्रम सम्मान राशि सहित) किये जाने पर भी शासन को किसी भी प्रकार से अतिरिक्त व्यय का वहन नही करना पड़ेगा। नगरीय निकायों में कार्यरत प्लेसमेंट कर्मचारियों को शासन के अन्य विभाग (जल संसाधन, PWD, PHE व वन विभाग आदि) के तर्ज पर निकायों से सीधे वेतन का भुगतान किया जाये।
हड़ताल अवधि में नगरीय निकायों में मूलभूत सुविधा जैसे- सफाई कार्य, जल कार्य, विद्युत कार्य, सरकार के योजना-परियोजना कार्य, कार्यालयीन कार्य, लोक सेवा कार्य सब बंद रहेगें । साथ ही साथ उन्होंने आगामी निकाय चुनाव के बहिष्कार की भी घो