CG NEWS : भारत को जानने समझने के साथ लोगों से संवाद करने के लिए पदयात्रा एक अच्छा माध्यम बन रही है। अलग-अलग क्षेत्र से लोग इस प्रयोग को अपनाने में लगे हुए हैं। राजस्थान की कोटा में रहने वाले दीपक वर्मा ने 8 महीने पहले पद यात्रा की शुरुआत की है। गुरुकुल संस्कृत के साथ-साथ सनातन राष्ट्र को लेकर उनका फोकस है। 22000 किलोमीटर की विश्व की सबसे लंबी पदयात्रा करने का रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य दीपक के मन में है। उन्होंने चंबल नदी के किनारे से इस यात्रा की शुरुआत 8 महीने पहले की। अब तक वह उत्तरी राज्यों के अलावा नेपाल तक पहुंचे हैं और फिलहाल छत्तीसगढ़ से झारखंड की तरफ निकलने की तैयारी में है।। कोरबा जिले के पौड़ी ऊप्रोडा क्षेत्र में उनसे हमारे संवाददाता की मुलाकात हुई। दीपक ने बताया कि काफी लंबी यात्रा उन्हें करना है। एक अच्छे उद्देश्य को लेकर वह इस यात्रा पर निकले हैं। अपने साथ कई उपयोगी चीज लेकर चल रहे दीपक ने बताया कि सुबह 6:00 बजे के पहले पदयात्रा शुरू करते हैं और शाम 7:00 तक चलते हैं। मंदिर अथवा गुरुद्वारा में उनका विश्राम होता है। दीपक ने बताया कि गुरुकुलों की व्यवस्था पर काम होना चाहिए और बच्चों की शुरुआती शिक्षा को लेकर लोगों को विचार करना होगा। जाति पाति के अंतर को दूर करने के साथ सनातन एकता को मजबूत करना उनकी यात्रा का उद्देश्य है। वह हर कहीं मीडिया के लोगों से इन विषय पर चर्चा भी कर रहे हैं। यात्रा के अब तक के इस सफर में दीपक को हर तरफ लोगों से काफी अच्छा सहयोग मिला है और उनके प्रयास की सराहना हुई है । देश के अधिकांश हिस्से का भ्रमण करते हुए लगभग 6 वर्ष में उनकी यात्रा राजस्थान के कोटा में समाप्त होगी।