नीरज गुप्ता
रायपुर। GRAND NEWS : छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े अंबेडकर अस्पताल में आधुनिक मशीनों के द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है, वहीं करोड़ों की लागत से शव परीक्षण के लिए मशीन मंगाई जा रही है।
मालूम हो कि पोस्टमार्टम के 6 – 7 माह बाद रिपोर्ट मिला करती थी, अब मात्र एक से डेढ़ घंटे के भीतर रिपोर्ट मिलेगी। छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े भीमराव अंबेडकर हॉस्पिटल में शव परीक्षण के लिए प्रदेश का पहला वर्चुअल ऑटोप्सी केंद्र खोला जा रहा है। आधुनिक मशीन की खरीदारी के लिए निविदा जारी की गई है।
मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉक्टर विवेक चौधरी ने बताया कि 7 करोड़ की लागत से शव परीक्षण के लिए आधुनिक मशीन लगाई जा रही है, अंबेडकर अस्पताल प्रदेश का पहला वर्चुअल ऑटोप्सी सेंटर होगा जहां प्रदेश भर के घटना दुर्घटनाओं का शव परीक्षण होगा। उन्होंने बताया कि वर्चुअल ऑटोप्सी केंद्र खोले जाने से लोगों को राहत मिलेगी, फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग में शव परीक्षण के लिए खरीदी जाने वाली मशीन को स्वास्थ्य विभाग ने अपनी सहमति दी है। उन्होंने कहा कि शव परीक्षण का विस्तृत विवरण तैयार किया जा रहा है शीघ्र ही मशीन की खरीदारी के लिए निविदा जारी की जाएगी वर्चुअल ऑटोप्सी सेंटर 2 माह के भीतर खोले जाने की संभावना है उन्होंने कहा कि शव परीक्षण के जांच के लिए एमआरआई, सीटी स्कैन मशीन और डिजिटल एक्सरे से शव के भीतरी हिस्सों का स्कैन किया जाएगा, जिससे मौत का कारण जल्द पता चल सकेगा। उन्होंने कहा कि घटना दुर्घटना से शव प्रशिक्षण की रिपोर्ट 6-7 माह लगा करता था लेकिन आधुनिक मशीन के लगने से पोस्टमार्टम में समय कम और एक या डेढ़ घंटे में जांच रिपोर्ट मिल जाएगी, जिससे बाहरी इलाकों के मरीज के परिजनों को राहत मिलेगी।