Chhattisgarh : रायगढ़ के सहदेवपाली स्थित वैदिक इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा 12वीं की छात्रा श्रेया गबेल की सोमवार सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। यह घटना स्कूल छात्रावास में हुई। सूचना मिलने पर स्कूल प्रशासन ने तुरंत छात्रा के परिजनों को सूचित किया और शव को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल में भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी। परिजनों पर चुप्पी साधे रखने का दबाव भी बनाया गया। इसके अलावा घटना की जानकारी पुलिस से छिपाने का प्रयास किया गया।
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स्कूल स्टॉफ ऋषिकेश पांडेय का कहना है कि, जब यह बात जूटमिल थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज तक पहुंची, तो उन्होंने मामले की जानकारी मांगी। इस बीच, स्कूल प्रशासन और परिजन छात्रा के शव को रायगढ़ से बाहर ले जाने की कोशिश कर रहे थे। थाना प्रभारी ने मृतिका के परिजनों से संपर्क किया, तो उन्होंने बताया कि वे शव का पोस्टमार्टम मालखरौदा थाना क्षेत्र में करवाएंगे। मृतिका की पहचान सक्ती जिले के ग्राम पोता की रहने वाली श्रेया गबेल के रूप में हुई है। यह सवाल उठता है कि स्कूल प्रबंधन इस घटना को छिपाने की कोशिश क्यों कर रहा है और बिना पोस्टमार्टम के शव को रायगढ़ से बाहर क्यों ले जाया गया? बताया जा रहा है कि रायगढ़ में एक व्यवसायी का भी इस स्कूल में हस्तक्षेप है, जो मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है। स्कूल प्रबंधन पर दबाव बनाया गया कि वे घटना की सही जानकारी देने से बचें और मीडिया से इस बारे में चर्चा न करें। हालांकि स्कूल स्टॉफ द्वारा स्कूल प्रबंधन की गलती को स्वीकार भी किया गया है।
जूटमिल थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज ने बताया कि, घटना के बाद छात्रा को पहले अपेक्स अस्पताल ले जाया गया, फिर उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल की बजाय जिंदल अस्पताल भेजा गया। यहां डॉक्टर ने पुलिस को सूचित करने की बात कही, जिस पर स्कूल प्रबंधन और परिजनों के बीच कहासुनी हो गई। इसके बाद, मालखरौदा थाना प्रभारी से जानकारी ली गई और जूटमिल थाना प्रभारी ने मामले को दर्ज कर पोस्टमार्टम कराने का निर्णय लिया। हालांकि पोस्टमार्टम मालखरौदा में होगा, लेकिन जूटमिल पुलिस इस मामले की जांच करेगी। सीएसपी अखिलेश कौशिक के निर्देश पर एक टीम रवाना की गई है और रायगढ़ पुलिस की उपस्थिति में पोस्टमार्टम होगा। जूटमिल थाना से एएसआई शनिदेव भोय और प्रधान आरक्षक दिलदार कुरैशी को मामले की जांच के लिए रवाना किया गया है। मामले की गहराई से जांच की जा रही है ताकि इस संदिग्ध मौत के कारणों का पता लगाया जा सके।
वहीं इस मामले में एनएसयूआई जिला अध्यक्ष आरिफ हुसैन ने कहा है कि, रायगढ़ के वैदिक इंटरनेशनल स्कूल में 17 वर्षीय छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला गरमाया तब एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष और कार्यकर्ताओं ने स्कूल और कॉलेज को घेरते हुए इस घटना पर सवाल उठाए। कार्यकर्ताओं ने स्कूल पहुंचकर बिजनेस स्टडीज के शिक्षक से घटना पर चर्चा की और प्रभारी प्राचार्य से घटना की जानकारी न होने का आरोप लगाया। मृतिका छात्रा के शव का पोस्टमार्टम रायगढ़ में नहीं कराए जाने और पुलिस को सूचना न दिए जाने को लेकर सवाल उठाए गए। जूटमिल थाना पहुंचकर जूटमिल थाना प्रभारी से चर्चा कर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। सवाल ये उठे कि स्कूल के सभी जिम्मेदार लोग, जैसे वार्डन, सह वार्डन, प्रभारी प्राचार्य और सिक्योरिटी गार्ड मृतिका के शव को गांव क्यों ले गए और पुलिस को क्यों नहीं सूचित किया गया। जूटमिल थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज ने मामले की जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
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