प्रेम निर्मलकर। Weather Forecast : छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग मौसम विज्ञानियों की आधुनिक मेहनत और तकनीक के जरिए हर दिन तैयार होती है वह रिपोर्ट, जो हमारे जीवन को आसान बनाती है। इस रिपोर्ट के जरिए हमें पता चलता है कि बारिश कब होगी, ठंड कितनी बढ़ेगी और गर्मी कितनी झेलेगी। रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र में हर दिन मौसम की स्थिति को मापने के लिए सबसे पहले वैज्ञानिक विभिन्न उपकरणों का उपयोग करते हैं, जैसे रेडियोसोंड जो वायुमंडल की नमी,तापमान और वायु दाब को मापता है। इसके अलावा,डॉपलर रडार और सेटेलाइट इमेजिंग का उपयोग कर सटीक जानकारी जुटाई जाती है।मौसम वैज्ञानिक के अनुसार दिन में दो बार बैलून लॉन्च करते हैं, जो 20 से 30 किमी तक की ऊंचाई तक जाता है। यह हमें वायुमंडलीय स्थिति के बारे में सटीक आंकड़े देता है। इसके बाद, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर की मदद से डेटा का विश्लेषण किया जाता है। मौसम विभाग की टीम हर दिन मौसम रिपोर्ट तैयार करती है। इसके लिए मौसम वैज्ञानिकों का तापमान, बारिश, और हवा के आंकड़ों को मिलाकर एक संपूर्ण रिपोर्ट बनाते हैं। इसे दिल्ली स्थित हेड ऑफिस भेजा जाता है, जहां से प्रदेश में मौसम की स्थिति को राष्ट्रीय स्तर पर जारी किया जाता है। मौसम विभाग के इन आंकड़ों का विश्लेषण करने के लिए मौसम वैज्ञानिक मौसम की संभावनाओं का पूर्वानुमान लगाते हैं। यह डेटा स्थानीय और क्षेत्रीय स्तर पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए उपयोग होता है। रिपोर्ट तैयार होने के बाद, इसे डिजिटल माध्यम से दिल्ली स्थित मुख्यालय भेजा जाता है। वहां इसे अन्य क्षेत्रों से आए आंकड़ों के साथ मिलाकर राष्ट्रीय रिपोर्ट तैयार की जाती है।