CBSE Board Exam 2025: स्टूडेंट्स को साल के टॉपर्स की आंसर कॉपी दिखाई जा रही है, ताकि वह आंसर लिखने का पैटर्न समझकर मार्क्स स्कोर कर सकें। वहीं प्री बोर्ड एग्जाम होने के बाद रिजल्ट जारी किया जाएगा। प्री बोर्ड में जिन स्टूडेंट्स ने कम मार्क्स स्कोर किए हैं, उनके लिए एक्स्ट्रा क्लास चलाईं जाएंगी। टीचर्स स्टूडेंट के डाउट्स क्लियर करेंगे।
स्टूडेंट्स की काउंसलिंग- टीचर्स स्टूडेंट्स की काउंसलिंग भी कर रहे हैं। वह किसी भी दबाव में आकर एग्जाम न बिगाड़ें, उन्हें इसके टिप्स भी दिए जा रहे हैं। स्कूलों में सब्जेक्ट्स के लिए डाउट क्लियरिंग सेशन भी चलाए जा रहे हैं। सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स साइंस सब्जेक्ट को लेकर तनाव में आ रहे हैं। इसलिए क्लास के बाद उनके लिए सेशन रखे जा रहे हैं।
कुछ स्कूलों में सिर्फ रिवीजन बाकी है- स्कूलों में सिलेबस पूरा होने के बाद टेस्ट और प्री बोर्ड से प्रैक्टिस कराई जा रही है। ताकि स्टूडेंट का पूरे सब्जेक्ट वाइज सिलेबस का रिवीजन हो सके। कहीं-कहीं टाइम टेबल तैयार करके सिलेबस को खत्म करने की सलाह दी जा रही है। एग्जाम के समय स्टूडेंट पर बोर्ड एग्जाम का प्रेशर न रहे। कुछ स्कूलो में सिर्फ रिवीजन करना बाकी है।
इन बातों पर कर रहे फोकस- एक्सपर्ट, वर्षा वरवंडकर ने बताया कि ज्यादा मार्क्स वाले चैप्टर पहले कंप्लीट करना। साइंस सब्जेक्ट को मार्क्स स्कोरिंग मानकर चैप्टर पहले पूरे करना। परीक्षा के समय से एक माह पहले हर सब्जेक्ट को कंप्लीट करना। शॉर्ट नोट्स की तैयारी, ताकि कम समय में जल्दी रिवीजन अधिक हो।
टॉपर्स की आंसर कॉपी से मोटिवेशन- स्टूडेंट्स को साल के टॉपर्स की आंसर कॉपी दिखाई जा रही है, ताकि वह आंसर लिखने का पैटर्न समझकर मार्क्स स्कोर कर सकें। वहीं प्री बोर्ड एग्जाम होने के बाद रिजल्ट जारी किया जाएगा। प्री बोर्ड में जिन स्टूडेंट्स ने कम मार्क्स स्कोर किए हैं, उनके लिए एक्स्ट्रा क्लास चलाईं जाएंगी। टीचर्स स्टूडेंट के डाउट्स क्लियर करेंगे।