सीरिया में विद्रोहियों ने तख्तापलट कर दिया है। सीरिया के सेना अध्यक्ष ने खुद इस बात का एलान किया है कि राष्ट्रपति बशर अल-असद परिवार के 50 साल का सत्तावादी शासन अब समाप्त हो गया है।
दो विद्रोही सूत्रों ने बताया कि विद्रोही हमले के बाद दमिश्क “अब असद से मुक्त है”। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि जल्द ही सीरियाई लोगों को पहला बयान राज्य टेलीविजन पर प्रसारित किया जाएगा। विद्रोहियों ने कहा कि वे सेना की तैनाती के बिना राजधानी में प्रवेश कर चुके हैं।
चौराहों पर लगे आजादी के नारे
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विद्रोहियों के कब्जे के बाद कारों पर सवार और पैदल हजारों लोग दमिश्क के मुख्य चौराहे पर इकट्ठा हुए और असद परिवार के आधी सदी के शासन से “आज़ादी” के नारे लगाए। राष्ट्रपति असद के देश छोड़ने के बाद सीरियाई पीएम मोहम्मद गाजी अल जलाली ने विद्रोहियों को सत्ता सौंपने का प्रस्ताव दिया है। पीएम ने रिकॉर्डिंग कर ये प्रस्ताव दिया और कहा कि वो देश में ही रहेंगे और जिसे भी सीरिया के लोग चुनेंगे उसके साथ मिलकर काम करेंगे।
विद्रोहियों ने दमिश्क के बाहरी इलाके में एक बड़ी सैन्य जेल का जिक्र करते हुए कहा कि हम सीरियाई लोगों के साथ अपने कैदियों को रिहा करने और उनकी जंजीरों को खोलने और सेडनया जेल में अन्याय के युग के अंत की घोषणा करते हैं।
अमेरिका का आया बयानसीरियाई सरकार ने विरोध करने वाले हजारों लोगों को हिरासत में रखा था। व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उनकी टीम सीरिया में असाधारण घटनाओं की निगरानी कर रही थी और क्षेत्रीय भागीदारों के संपर्क में थी।