जांजगीर-चांपा भारत सरकार, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा टीबी रोग के उन्मूलन की प्रतिबद्धत्ता को पूरा करने के लिए 07 दिसंबर 2024 से “निक्षय निरामय छत्तीसगढ़” 100 दिवसीय पहचान एवं उपचार अभियान” प्रारंभ किया गया है। जिसके तहत आज जिला मुख्यालय के ऑडिटोरियम में “निक्षय-निरामय छत्तीसगढ़” 100 दिवसीय पहचान एवं उपचार अभियान का शुभारंभ किया गया।
यह कार्यक्रम 07 दिसंबर 2024 से 23 मार्च 2025 तक 04 चरण में आयोजित किया जाएगा। आडिटोरियम में आज निक्षय निरामय छत्तीसगढ़ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम अंतर्गत 100 दिनों तक टीबी, मलेरिया एवं कुष्ठ रोगियों की पहचान की जाएगी तथा उनका उपचार किया जाएगा। कार्यक्रम के अंतर्गत ऐसे लोगों का भी सम्मान किया गया जिन्होंने टीबी और कुष्ठ जैसी बीमारियों से लड़ाई लड़ी और आज स्वस्थ जीवन का आनंद उठा रहे हैं। इस दौरान छत्तीसगढ़ सहित जिले को टीबी ,कुष्ठ मुक्त बनाने शपथ ली गई । इस दौरान “निक्षय-निरामय छत्तीसगढ़” रथ को हरी झंडी दिखाकर विधायक एवं अतिथियों ने रवाना किया। कार्यक्रम में विधायक जांजगीर-चांपा श्री ब्यास कश्यप, जांजगीर-नैला नगर पालिका उपाध्यक्ष आशुतोष गोस्वामी, गुलाब सिंह चंदेल, इंजी. रवि पाण्डेय, अपर कलेक्टर एसपी वैद्य, जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेन्द्र सोनी बीएमओ अकलतरा पामगढ़ डॉ. दीपक जायसवाल जी सिविल सर्जन अधि, डॉ. सौरव यादव बीएमओ पामगढ, डॉ. व्ही. के. पैगवार नोडल अधि. कुष्ठ, डॉ. रामायण सिंह बीएमओ अकलतरा, सहित बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं नर्सिंग के विद्यार्थी उपस्थित थे।