डेस्क। Tips : सोसायटी के नजरों में एक उम्र के बाद बिना पार्टनर के रहना किसी जूर्म से कम नहीं है. ऐसे लोगों को अकेलेपन, डिप्रेशन का शिकार समझ लिया जाता है. किसी व्यक्ति को अकेले मूवी थिएटर या रेस्टोरेंट में बैठा देख लोग यही सोचते हैं कि बेचारे के पास कोई साथ इंजॉय करने वाला तक नहीं है. कितना अकेला है. मौका मिले तो लोग ऐसे व्यक्ति को कई तरह के रिलेशनशिप एडवाइस भी देने लगते हैं.
किसी की परवाह करना अच्छी बात है. लेकिन पहले यह समझना जरूरी है कि अकेला होना और अकेलापन महसूस करना दो अलग-अलग चीजें हैं. अगर आप सिंगल हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आप अकेलेपन का सामना कर रहे हैं. कुछ लोग अपनी मर्जी से अकेला रहना पसंद करते हैं. उन्हें अकेले चीजों को इंजॉय करना अच्छा लगता है. दरअसल, हर व्यक्ति को जीवन के कुछ साल अकेले रहकर गुजारने चाहिए, इसके क्या फायदे हैं यहां जान सकते हैं।