सीयूईटी में छात्रों को समान अवसर दिए जाने के मकसद को पूरा करने के लिए बड़े बदलाव किए गए हैं। सब्जेक्ट्स की संख्या कम की गई है, हर पेपर के लिए एक जैसी टाइमिंग रखी गई है, साथ ही हाईब्रिड मोड को खत्म कर दिया गया है।
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प्रो. एम. जगदीश कुमार ने एनबीटी को बताया कि सीयूईटी यूजी के क्वेश्चन पेपर में मिलने वाली चॉइस को खत्म किया गया है, यानी अब सभी स्टूडेंट्स के लिए एक जैसा प्रश्नपत्र ही होगा। सभी सवाल अनिवार्य होंगे। पेपरों की टाइमिंग एक जैसी होगी।साथ ही पिछले तीन वर्षों के अनुभवों का भी विश्लेषण किया गया, जिसके आधार पर स्टूडेंट्स जिन पेपरों को सबसे कम अटेंप्ट करते हैं, उनको हटाया गया है। छात्रों को किसी भी सब्जेक्ट में सीयूईटी एग्जाम देने दिया जाएगा, भले ही उन्होंने 12वीं की पढ़ाई किसी भी विषय में की हो। सीयूईटी स्कोर की वैधता एक अकैडमिक ईयर के लिए ही होगी।
पेपरों की संख्या 63 से घटाकर 37 कर दी गई
अब हर पेपर सीबीटी मोड में होगा। हर पेपर एक घंटे का होगा। सीयूईटी 2024 में कुल 63 पेपर थे, जिनमें से 33 लैंग्वेज में हर एक के लिए अलग से पेपर होता था। 29 डोमेन सब्जेक्ट और एक जनरल टेस्ट होता था। जनरल टेस्ट के साथ-साथ मैथ्स, अकाउंट, फिजिक्स, केमिस्ट्री, इकनॉमिक्स, कंप्यूटर साइंस का पेपर एक-एक घंटे का होता था। बाकी सब्जेक्ट के पेपर 45 मिनट के होते थे।
इस बार पेपरों की संख्या 63 से घटाकर 37 कर दी गई है। सभी 37 पेपर एक-एक घंटे के होंगे। इस बार डोमेन सब्जेक्ट 29 से घटाकर 23 कर दिए गए हैं। लैंग्वेज के पेपर 33 से घटाकर 13 कर दिए गए हैं। वहीं, जनरल टेस्ट का नाम बदलकर जनरल ऐप्टीट्यूट टेस्ट कर दिया गया है।29 में से जिन 6 डोमेन सब्जेक्ट को सीयूईटी परीक्षा से हटाया गया है, उनमें एंटरप्रेन्योरशिप, टीचिंग ऐप्टीट्यूट, फैशन स्टडीज, टूरिज्म, लीगल स्टडीज और इंजीनियरिंग ग्राफिक्स शामिल हैं। वहीं, 20 लैंग्वेज के पेपर हटाए गए हैं। जो सब्जेक्ट और लैंग्वेज के पेपर हटाए गए हैं, उनमें एडमिशन जनरल ऐप्टीट्यूट टेस्ट के स्कोर कार्ड के आधार पर होगा।