UP. ACP Mohsin Khan: कानपुर के एसीपी कलक्टरगंज मोहसिन खान पर आईआईटी कानपुर की पीएचडी छात्रा ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है. छात्र का आरोप है कि एसीपी ने शादी का झांसा देकर और अपनी शादी की बात छिपाकर उससे कई बार संबंध बनाए. फ़िलहाल छात्र की शिकायत पर इस मामले में कल्याणपुर थाने में केस दर्ज किया गया है.
लड़की कर रही ब्लैकमेल : मोहसिन खान
पुलिस पूछताछ में मोहसिन ने लड़की पर कई आरोप लगाए. मोहसिन का आरोप है कि लड़की उन्हें ब्लैकमेल करती है और हाथ की नस काटकर जान देने की धमकी देती है. उससे सिर्फ दोस्ती है और वह शादी के लिए दबाव बना रही है.
साइबर सुरक्षा से जुड़े एक कार्यक्रम में मिले दोनों
लखनऊ के रहने वाले मोहसिन खान 2013 बैच के पीसीएस अधिकारी हैं. एक साल पहले दिसंबर 2023 में साइबर सुरक्षा से जुड़े एक कार्यक्रम में उनकी आईआईटी छात्रा से मुलाकात हुई. इसी दौरान मोहसिन खान ने छात्रा से उसका मोबाइल नंबर लिया और बातचीत करनी शुरू कर दी. छात्रा ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया है कि उसी दौरान उसका ब्रेकअप हुआ और मोहसिन खान ने इसका फायदा उठाया.
कैसे बनाता रहा बहाने?
छात्रा ने अपनी शिकायत में बताया कि मोहसिन खान ने उसे बताया कि वो शादीशुदा नहीं है. फिर जब पता चला कि वो शादीशुदा है तो कहने लगा कि उसकी अपने पत्नी से संबंध अच्छे नहीं हैं. जल्द तलाक होने वाला है. फिर पचा चला कि उसकी पत्नी मार्च 2024 में गर्भवती है. तब पता चला कि वो मेरे साथ-साथ अपनी पत्नी को भी धोखा दे रहा है. पूछताछ करने पर मोहसिन ने बताया कि उसने अपने परिवार के दबाव में अपनी पत्नी से संबंध बनाए हैं. शक होने पर मोहसिन की पत्नी का इंस्टाग्राम चेक किया तो पता चला कि वो तो अपने पति के साथ खुशी से रह रही है.
आईआईटी कानपुर ने छात्रा से पूरी बात जानी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से बात की. दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि एसीपी का ट्रांसफर कानपुर से कर दिया जाए. छात्रा भी इस पर राजी हो गई. मोहसिन ने जब अपने ट्रांसफर की चर्चा सुनी तो उसने छात्रा के सामने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को बताया कि वो पागल है. उसका इलाज चल रहा है. इस पर छात्रा भड़क गई. इसके बाद उसने मोहसिन खान के खिलाफ एफआईआर कराने का फैसला किया.
छात्रा की शिकायत पर मोहसिन के खिलाफ बलात्कार, धोखाधड़ी, जालसाजी, हेराफेरी व मानहानि का केस दर्ज किया गया. छात्रा ने पुलिस से मांग की है कि उसकी सुरक्षा की व्यवस्था की जाए, मोहसिन और उसके सहयोगियों की आईआईटी कानपुर में प्रवेश पर रोक लगाई जाए, मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी का गठन किया जाए और उसकी पहचान गोपनीय रखी जाए.