रायपुर। स्वाधीनता संग्राम सेनानी, रायपुर के प्रथम विधायक, नेता प्रतिपक्ष नागपुर असेंबली, रायपुर नगर पालिका के तीन बार अध्यक्ष रहे तथा सहकारिता के अग्रदूत त्यागमूर्ति ठाकुर प्यारेलाल सिंह की 133 वीं जयंती आज नगर निगम के जोन और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संघ के संयुक्त तत्वावधान में छत्तीसगढ़ बुनकर सहकारी संघ में मनाई गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव ने कहा कि ठाकुर प्यारेलाल सिंह का संपूर्ण जीवन देश और समाज के लिए त्याग और तपस्या का रहा है। उन्होंने न केवल स्वाधीनता संग्राम में अग्रणीय भूमिका निभाई, बल्कि किसानों, मजदूरों, छात्रों को संगठित कर उनके अधिकारों की लड़ाई भी लड़ी थी। ठाकुर साहब को पद की लालसा कभी नहीं रही, जब उनकी आवश्यकता संत विनोबा भावे के भूदान यज्ञ में हुई तब उन्होंने नेता प्रतिपक्ष के दायित्वों को छोड़ भूदान यज्ञ में गरीब नारायणों को प्राथमिकता दी थी। 1920 में राजनांदगांव के बीएनसी मिल्स में श्रमिकों को संगठित कर उनके अधिकारों के लिए 33 दिनों की सफल हड़ताल की थी। वह छत्तीसगढ़ की पहली श्रमिक हड़ताल थी। देव ने कहा कि ठाकुर साहब का संपूर्ण जीवन प्रेरक रहा है। उनकी जीवनी और अन्य सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की जीवन गाथा पाठ्यक्रम में सम्मिलित होनी चाहिए ताकि आज के बच्चे और युवा उनसे प्रेरणा ले सकें।
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जयंती समारोह में उपस्थित रायपुर पश्चिम के विधायक राजेश मूणत ने कहा कि एक दिन प्रतिमा पर फूल माला अर्पित करने के साथ ही स्वाधीनता संग्राम के सेनानियों को हमेशा किस तरह से स्मरण किया जाए आज आवश्यकता इस बात की है। उन्होंने कहा कि ठाकुर प्यारेलाल सिंह के कार्यों से हमें सीखने की और अपने चरित्र में उसे उतारने की भी जरूरत है। उन्होंने प्रतिमा स्थल के सौंदर्यीकरण और गरिमायुक्त स्मारक बनाने और बुनकर संघ के भवन के जीर्णोद्धार के लिए 25 लाख रुपए देने की घोषणा की।
कार्यक्रम में विधायक मोतीलाल साहू ने ठाकुर प्यारेलाल सिंह के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे समाज के लिए प्रकाश स्तंभ थे। वे किसी एक समाज के नहीं थे वरन् सर्व समाज के थे। सभी समाज के लोग उन्हें अपना मानते, तभी वे रायपुर से 1936 और 1951 में दो बार विधायक निर्वाचित हुए। वे 1936, 40 और 1944 में लगातार तीन बार रायपुर म्युनिस्पल कमेटी के अध्यक्ष भी निर्वाचित हुए। यह उनकी अपार लोकप्रियता का उदाहरण है। उन्होंने अपने विधान सभा क्षेत्र सेजबहार स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज में ठाकुर प्यारेलाल सिंह की आदम कद प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा भी की।
ठाकुर साहब के व्यक्ति तथा कृतित्व के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला
आधार वक्तव्य में पूर्व कुलपति और वरिष्ठ इतिहासविद प्रोफेसर एल. एस. निगम ने ठाकुर साहब के व्यक्ति तथा कृतित्व के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सन् 1936 में जब नागपुर में खरे मंत्रिमंडल का विवाद हुआ था तब पं. द्वारिका प्रसाद मिश्र ने कहा था कि सिर्फ ठाकुर साहब ही ऐसे मंत्री थे जो बिना किसी महत्वाकांक्षा के मंत्रिमंडल में शामिल हुए थे। प्रोफे. निगम ने बताया कि 1920 के आंदोलन में उन्होंने अपनी वकालत छोड़ दी थी और 1930 में उनके वकालत का लायसेंस अंग्रेज सरकार ने जब्त कर ली थी। वे चाहते तो अन्य वकीलों की तरह आवेदन देकर लायसेंस वापस ले सकते थे, पर उन्होंने ऐसा नहीं किया और न ही ब्रिटिश सरकार ने उनकी सनद कभी वापस की। डॉ. निगम ने बताया कि छत्तीसगढ़ कॉलेज की स्थापना में भी ठाकुर साहब का अमूल्य सहयोग रहा है।
कार्यक्रम को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष मुरलीधर खंडेलवाल और संरक्षक पी.एन. तिवारी व नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे ने भी संबोधित किया। आभार व्यक्त करते हुए ठाकुर प्यारेलाल सिंह वार्ड के पार्षद व एम.आई.सी. सदस्य, राज्य योग आयोग के पूर्व अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा ने मांग की कि निमोरा स्थित ठाकुर प्यारेलाल सिंह पंचायत प्रशिक्षण केंद्र में प्रति वर्ष ठाकुर साहब की राज्य स्तरीय जयंती समारोह का आयोजन किया जाना चाहिए। इस पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण देव, वरिष्ठ विधायक राजेश मूणत और विधायक मोतीलाल साहू ने पूर्ण सहयोग करने की घोषणा की।
ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम में इतिहासविद डॉ. रामकुमार बेहार, आचार्य घनाराम साहू, इतिहासकार के. के. अग्रवाल, पार्षद और उप नेता प्रतिपक्ष मनोज वर्मा, छत्तीसगढ़ बुनकर सहकारी संघ के अध्यक्ष मंगलू राम देवांगन, स्वाधीनता संग्राम सेनानी परिवार से डॉ. अखिलेश त्रिपाठी, अजय सोनी, अनिल गुप्ता, चंद्रशेखर पांडेय, अरूण दुबे, अनिरुद्ध दुबे, रमा दत्त जोशी, पूर्व पार्षद दिलीप यदु, जगदीश आहुजा, अशोक पांडेय, आशीष अग्रवाल, अ.भा. साहित्य परिषद के प्रांतीय संयोजक प्रभात मिश्र, पाटन के पत्रकार भूपेंद्र मिश्रा, मनीष शर्मा, एनएसएस के छात्र-छात्राएं, बड़ी संख्या में बुनकर, नगर निगम जोन के कमिश्नर विमल शर्मा, ईई लाल महेंद्र सिंह व कर्मचारियों के साथ ठाकुर प्यारेलाल सिंह के परिजन भी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।