दुर्ग। CG NEWS : सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पीएम अवास योजना को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है, छत्तीसगढ़ के दुर्ग में प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास निर्माण में एक खंभा बाधा बन हुआ है,आखिर क्यों इस खम्बे ने परिवार की नींद उड़ा रखी है, देखिए दुर्ग से आई इस खास खबर में।
दरअसल दुर्ग के रहने वाला परिवार बीते एक साल से अपने ही जमीन से खंभा हटवाने बिजली विभाग और कलेक्ट्रेट के चक्कर काट रहा है। परिवार का कहना है निजी प्लॉट में पहले बिजली विभाग ने खंभा गाढ़ दिया, अब उसे हटाने के हमसे ही पैसे क्यों मांग रहे है, कहते है अपना खुद का आवास होना हर किसी का एक सपना होता है, ऐसे में कई मध्यमवर्गी परिवार जो मकान बनवाना चाहते थे, उनके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना एक वरदान बन कर सामने आया लाखों हितग्राहियों ने इस आवास योजना का लाभ लेकर अपने सपने पूरे किए, लेकिन दुर्ग के मोहन नगर क्षेत्र में किराय के मकान में रहने वाली अष्टशिला वासनिक भी ख़ुद के जमीन पर मकान बनवाना चाहती है। लेकिन बिजली विभाग की एक गलती ने उसके सपने पर पानी फेर दिया है।
दअरसल अष्टशिला वासनिक के पास दुर्ग के जयंती नगर में एक जमीन है, जहां प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनने पैसा स्वीकृत हुआ है। लेकिन उनके जमीन पर बिजली विभाग ने अपना खंभा गाढ़ दिया है, अब जब तक ये खंभा हटेगा नहीं मकान बनना शुरू नहीं होगा। प्रार्थी महिला बिजली पोल को हटवाने बीते एक साल से बिजली विभाग और कलेक्टर के चक्कर काट रही है। जिस पर आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई। उसका कहना है वो स्कूल में प्यून का काम करती है उसे 2000 रुपए मासिक वेतन मिलता है, उनके पति कबाड़ी खरीदते और बेचते है किराय के मकान में 2 बच्चों के साथ बड़ी मुश्किल से गुजर बसर हो रहा है ऐसे में बिजली विभाग उस पोल को हटाने के लिए 6 लाख रुपए की मांग कर रहा है। अगर उसके पास इतने पैसे होते तो वो प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत मकान क्यों बनवाती।
वहीं महिला के आरोप पर बिजली विभाग ने भी अपनी सफाई दी,अधीक्षण अभियंता सिटी तरुण कुमार ठाकरे ने कहा कि महिला के द्वारा आवेदन दिया गया है। महिला से जरूरी डॉक्यूमेंट मांगे जो कि उसने नहीं दिए,6 लाख रुपए की डिमांड पर कहा कि उनसे किसने पैसे की डिमांड किसने की हमें नहीं पता।