दिसंबर के महीने में आलू, प्याज और टमाटर की कीमतों ने वेज और नॉन वेज थाली की कीमतों में सालाना आधार पर क्रमश: 6 और 12 फीसदी का इजाफा देखने को मिला
दिसंबर में टमाटर की कीमतों में सालाना आधार पर 24 फीसदी का इजाफा देखने को मिला था. वहीं आलू की कीमतों में 50 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली.वहीं मांसाहारी थाली को देखें तो ब्रॉयलर की कीमतों में 20 फीसदी काा इजाफा देखने को मिला. अगर बात महीने दर महीने की करें तो वेज थाली की कीमतों में नवंबर के मुकाबले में 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. जबकि नॉन वेज थाली की कीमतों में 3 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर क्रिसिल की ओर से किस तरह की रिपोर्ट सामने आई है.
नवंबर के मुकाबले में कम हुए दाम
शाकाहारी भोजन के लिए मासिक आधार पर कुछ राहत देखने को मिली. मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात से ताजा सप्लाई आने के कारण टमाटर की कीमतों में 12 फीसदी की गिरावट के कारण शाकाहारी थाली की कीमत दिसंबर में 3 फीसदी गिरकर 31.60 रुपए देखनेको मिली, जो नवंबर में 32.70 रुपए थी. आलू की कीमतों में 2 फीसदी और प्याज की कीमतों में 12 फीसदी की गिरावट ने भी महीने-दर-महीने कमी में योगदान दिया.
वेज और नॉन वेज थाली हुई महंगी
रिपोर्ट के अनुसार सब्जियों की कीमतों में तेजी के कारण घर में बनी शाकाहारी थाली की कीमत दिसंबर में सालाना आधार पर 6 फीसदी बढ़कर 31.60 रुपए हो गई, जो एक साल पहले 29.70 रुपए थी. आलू और टमाटर जैसे प्रमुख खाद्य पदार्थों की कीमत में तेज वृद्धि – जो शाकाहारी थाली की लागत का 24 फीसदी है – ने इस वृद्धि को बढ़ावा दिया। मांसाहारी थाली की कीमतें महीने दर महीने 3 फीसदी बढ़ीं, नवंबर में 61.50 रुपए से बढ़कर दिसंबर में 63.30 रुपए हो गईं. क्रिसिल ने कहा कि यह ब्रॉयलर चिकन की कीमतों में 11 फीसदी की वृद्धि के कारण हुआ, जो उत्तरी भारत में शीत लहर के बीच उत्पादन में कमी, त्योहारी सीजन की बढ़ती मांग और बढ़ी हुई फ़ीड कॉस्ट के कारण और बढ़ गई.