रायपुर। RAIPUR NEWS : राजधानी के निगम में अनुकम्पा नियुक्ति नियम के विरूद्ध कार्यावाही की जा रही है। ये आरोप रायपुर नगर निगम में कार्यरत दिवंगत निगम कर्मी के परिजनों का है। उन्होंने कहा कि सामान्य प्रशासन विभाग के एक-दो अधिकारी तथा एक निम्न श्रेणी लिपिक का साजिश है, इन्हें हटाकर अन्य अधिकारी कर्मचारी को बैठाना उचित होगा तथा नियमानुसार आदेश जारी करने की मांग नगर निगम में कार्यरत दिवंगत निगम कर्मियों के परिजनों ने शासन प्रशासन से की है।
मिली जानकारी के अनुसार, रायपुर निगम में अनुकम्पा नियुक्ति कार्यावाही की जा रही है, जिसमें नियम विरूद्ध ढंग से वर्ष 2014 के पहले के प्रकरण शामिल किये जा रहे है। जबकि 2014 के पूर्व अनुकम्पा नियुक्ति निगम द्वारा की जा रही थी। 2014 में सफाई कर्मचारी के पद को ड्राइंग केडर घोषित करने के कारण अनुकम्पा नियुक्ति बंद थी, शासन ने हाल ही में 35 भृत्य पद निगम रायपुर के लिए मंजूर किये गये, 2014 के बाद भृत्य हुये सफाई कर्मचारियों के बच्चों का अनुकम्पा नियुक्ति की कार्यवाही प्रारंभ कर 72 प्रकरणों का प्रकाशन कर दस्तावेज सत्यापन किया गया है। परंतु पता चला है कि 1998-99-2000 आदि के प्रकरण को शामिल कर लगभग 166 सूची बनाई गई है, इससे वर्तमान में अनुकम्पा नियुक्ति के लिये चयन किये गये आवेदकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है, इस प्रकार की कार्यवाही सामान्य प्रशासन विभाग के एक-दो अधिकारी तथा एक निम्न श्रेणी लिपिक का साजिश है, इन्हें हटाकर अन्य अधिकारी कर्मचारी को बैठाना उचित होगा तथा नियमानुसार आदेश जारी करने की मांग नगर निगम में कार्यरत दिवंगत निगम कर्मियों के परिजनों ने शासन प्रशासन से की है।