Chhattisgarh : बिलासपुर में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में ओबीसी और एससी-एसटी के आरक्षण में कटौती के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने भाजपा पर 50 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण देने के वादे को पूरा न करने और झूठे आश्वासन देने का आरोप लगाया। सुबह 11 बजे कांग्रेस भवन से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी एकत्रित हुए और पैदल रैली निकालते हुए भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुलिस ग्राउंड पहुंचे। पुलिस ग्राउंड को अस्थाई जेल बनाया गया था, जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध स्वरूप गिरफ्तारी दी। इस प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
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कांग्रेस का कहना है कि भाजपा सरकार ने ओबीसी और एससी-एसटी समुदायों के साथ अन्याय किया है और आरक्षण कटौती से उनका हक छीना जा रहा है। जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी ने भाजपा नेताओं पर ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने भाजपा पर वादाखिलाफी के आरोप लगाते हुए कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर सरकार गंभीर नहीं है। कांग्रेस भवन से निकली रैली में कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार नारे लगाए और पुलिस ग्राउंड में पहुंचकर अपनी गिरफ्तारियां दीं। इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष विजय केशवानी,शहर अध्यक्ष विजय पाण्डे ,विधायक दिलीप लहरिया,महिला कांग्रेस कमेटी की प्रदेश महासचिव शिल्पी तिवारी सहित अन्य पदाधिकारी ने मौजूद रहे।
रैली के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर रहे थे। सिविल लाइन थाना पहुंचने से पहले पुलिस ने पुलिस ग्राउंड के पास बैरिकेड्स लगाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोक दिया। इसके बाद कार्यकर्ता सड़क पर ही बैठ गए और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और भाजपा सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे।
कांग्रेसियों ने बैरिकेडिंग हटाने की कोशिश की, जिससे पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तनावपूर्ण माहौल बन गया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता, कार्यकर्ता और समर्थक शामिल हुए। कांग्रेस ने इस प्रदर्शन को भाजपा सरकार की वादाखिलाफी और आरक्षण विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष बताया है।