राजनांदगांव। CG NEWS : पुलिस भर्ती गड़बड़ी के मामले में जांच के दायरे में आने वाले आरक्षक अनिल रत्नाकर द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले की जांच कर रही एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है। जिसमें मृतक आरक्षक को दोषी माना गया है। लेकिन अब तक इस मामले में किसी भी पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई है, जबकि मृतक ने अपने हाथ पर अधिकारियों की संलिप्त होना लिखा था।
पुलिस आरक्षक भर्ती मामले में संदिग्ध रहे पुलिस आरक्षक अनिल रत्नाकर द्वारा आत्महत्या मामले में एसआईटी की रिपोर्ट सामने आ गई है । रिपोर्ट के मुताबिक मृतक आरक्षक इस गड़बड़ी में शामिल था और उसने अभ्यर्थियों से अंक बढ़ाने के एवज में पैसे लिए थे। उसके द्वारा लगाए गए आरोप में अधिकारियों के शामिल होने के सबूत एसआईटी को नहीं मिले है। राजनांदगांव पुलिस रेंज के आईजी दीपक झा ने बताया कि अब तक की जांच में उपलब्ध तकनीकी साक्ष्य , सीसीटीवी फुटेज , सीडीआर , बैंक स्टेटमेंट , सहित 42 गवाहों से हुई पूछताछ कर विशेष जांच टीम द्वारा विश्लेषण किया गया है।
एसआईटी की जांच में अब तक किसी भी पुलिस अधिकारी के शामिल होने के सबूत सामने नहीं आए हैं, लेकिन मृतक आरक्षक अनिल रत्नाकर ने अपने हाथ पर पुलिस कर्मचारियों को फंसाने और अधिकारियों को बचाने की बात लिखी थी। इस पूरे गड़बड़ी के मामले में पुलिस ने 8 पुलिस आरक्षक, 5 टेक्नीशियन, 2 महिला अभ्यर्थियों सहित 15 लोगों को गिरफ्तार किया है।