रायगढ़ | CG: जिले के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले छह महीनों से लिफ्टों की स्थिति गंभीर हो गई है। अस्पताल में चार लिफ्ट हैं, जिनमें से तीन लिफ्ट पहले ही खराब हो चुकी थीं। हालांकि एक लिफ्ट का उपयोग किया जा रहा था, लेकिन बीते दो महीनों से चौथी लिफ्ट भी खराब हो गई है, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
अस्पताल में भर्ती मरीजों और अन्य आगंतुकों के लिए लिफ्ट का सही तरीके से काम करना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, खासकर वरिष्ठ नागरिकों और गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए। जानकारी के मुताबिक, मार्च माह से लिफ्ट की मरम्मत कंपनी के साथ अस्पताल का अनुबंध समाप्त हो गया था।
इसके बाद से लिफ्ट मरम्मत कार्य की प्रक्रिया में अड़चनें आ गई हैं और लिफ्ट बनाने वाले इंजीनियर अस्पताल नहीं आ रहे हैं। अस्पताल प्रशासन की तरफ से बताया गया है कि बीते कुछ महीनों से वार्षिक मैंटेनेंस कांट्रेक्ट और कांप्रेहेंसिव मैंटनेंस कांट्रेक्ट की प्रक्रिया बंद हो गई थी, जिसके कारण सभी काम जैम हो गए थे।
उप अधीक्षक डॉ शोभित माने ने बताया कि नया प्रोसिजर समझने में समय लग रहा है, लेकिन लिफ्ट मरम्मत के लिए पर्चेज आर्डर जारी हो चुका है और अगले दो हफ्तों में सभी लिफ्टों की मरम्मत कर दी जाएगी। हालांकि, यह स्थिति अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है। ऐसी लापरवाही से मरीजों को असुविधा हो रही है और अस्पताल की छवि भी प्रभावित हो रही है।
एक ओर जहां तकनीकी रूप से उन्नत मशीनें बाजार में उपलब्ध हैं, वहीं पैसे के बावजूद अस्पताल प्रबंधन द्वारा इस तरह की छोटी-मोटी मरम्मत में देरी समझ से परे है। इस मुद्दे की शीघ्रता से समाधान की आवश्यकता है ताकि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सके और अस्पताल का विश्वास बहाल रहे।