गरियाबंद: संघर्ष, समर्पण और सेवा के संकल्प की मिसाल बनीं लालिमा ठाकुर को भारतीय जनता पार्टी ने इस बार जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 6 से प्रत्याशी घोषित किया है। यह वही लालिमा ठाकुर हैं, जिन्होंने पहले ग्राम पंचायत पथरमोहदा की सरपंच के रूप में पूरे महिला प्रतिनिधित्व वाली पंचायत का नेतृत्व किया और निर्विरोध जीतकर इतिहास रच दिया। इसके बाद वे जनपद पंचायत अध्यक्ष बनीं और गांवों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
संविधान की समझ, विकास का विजन:
कुछ दिनों पहले ही संविधान पर चर्चा के लिए दिल्ली पहुंचीं लालिमा ठाकुर ने संसद भवन और राष्ट्रपति भवन का दौरा किया और लोकतंत्र की जड़ों को और गहराई से समझा। अब वे इसी सीख और अनुभव को लेकर गांवों के अंतिम व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं को पहुंचाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
लालिमा ठाकुर का संकल्प:
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का सपना आत्मनिर्भर भारत और सशक्त गांव हैं। मेरा पहला लक्ष्य गांव की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना, बच्चों की शिक्षा को मजबूत करना और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ कराना है। पीएम मोदी और सीएम साय ने गांवों के उत्थान पर विशेष ध्यान दिया है, और मैं उन्हीं की योजनाओं को समाज के हर तबके तक पहुंचाने का संकल्प लेकर चुनावी मैदान में उतरी हूं।”
नारी सशक्तिकरण की पहचान:
लालिमा ठाकुर का राजनीतिक सफर गांव से शुरू होकर जनपद पंचायत अध्यक्ष तक पहुंचा और अब वे जिला पंचायत चुनाव में अपनी नई भूमिका के लिए तैयार हैं। उन्होंने न सिर्फ गांवों की तस्वीर बदली बल्कि महिलाओं को भी यह दिखाया कि अगर संकल्प मजबूत हो, तो बदलाव लाना असंभव नहीं।
इस बार चुनाव में जनता का समर्थन न केवल भाजपा की विचारधारा बल्कि गांव, गरीब और महिलाओं के लिए समर्पित एक कर्मठ नेतृत्व को मिलने वाला है, जो नए गरियाबंद की नींव रखेगा।