गरियाबंद:कहते हैं कि किसी की छोटी-सी मदद भी किसी जरूरतमंद के चेहरे पर मुस्कान ला सकती है। 8 साल के अबीशाई सचिन ने यह साबित कर दिखाया। होप ट्यूशन सेंटर के इस मासूम बच्चे ने अपने सिर के बाल कटवाकर मदत ट्रस्ट, मुंबई को दान किए, ताकि कैंसर से जूझ रहे उन बच्चों की मदद हो सके, जो इलाज के दौरान अपने बाल खो देते हैं।
कैंसर से लड़ रहे बच्चों के लिए यह केवल बालों का दान नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और पहचान लौटाने की एक कोशिश है। मदत ट्रस्ट उन दान किए गए बालों से विग तैयार कर पीड़ित बच्चों को प्रदान करता है, ताकि वे खुद को आत्मसम्मान के साथ देख सकें और इलाज के कठिन दौर में थोड़ी खुशी महसूस कर सकें।
अबीशाई को यह प्रेरणा उसकी बहन अमेलिया सचिन से मिली, जिसने 2022 में इसी संस्था को अपने बाल दान किए थे। इन दोनों भाई-बहनों की निस्वार्थ सेवा को मदत ट्रस्ट ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। यह प्रमाण पत्र सिर्फ एक कागज का टुकड़ा नहीं, बल्कि उनके परोपकारी दिल और संवेदनशील सोच का प्रतीक है।
बच्चे की इस पहल ने एक संदेश दिया है कि सेवा की भावना के लिए उम्र मायने नहीं रखती।
अबीशाई का कहना है, “जब मैंने सुना कि कैंसर से पीड़ित बच्चे अपने बाल खो देते हैं और उन्हें अच्छा महसूस कराने के लिए विग बनाई जाती है, तो मुझे लगा कि मैं भी कुछ कर सकता हूं। अगर मेरी छोटी-सी मदद से वे मुस्कुरा सकते हैं, तो यह मेरे लिए सबसे बड़ी खुशी होगी!”
नन्हे अबीशाई ने हमको दी एक सीख
अबीशाई और अमेलिया जैसे बच्चों की यह संवेदनशीलता और दयालुता हमें यह सिखाती है कि अगर हम भी थोड़ा-सा प्रयास करें, तो किसी की जिंदगी में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।
क्या आप भी किसी के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए तैयार हैं?
अगर एक 8 साल का बच्चा अपने बाल दान कर सकता है, तो हम भी किसी न किसी रूप में जरूरतमंदों की मदद कर सकते हैं। आइए, आगे बढ़ें और अपने सामर्थ्य के अनुसार ऐसे नेक कार्यों में योगदान दें।
आपका छोटा-सा प्रयास किसी के लिए खुशी, आत्मसम्मान और नई जिंदगी की किरण बन सकता है!