रायपुर। CG : मैट्स विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग की प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. रेशमा अंसारी के ग़ज़ल संग्रह ‘आरज़ू बस यही’ का भव्य विमोचन महाराष्ट्र के नांदेड़ में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के अवसर पर हुआ। इस मौके पर चीन, श्रीलंका और मॉरीशस के प्रवासी साहित्यकारों ने पुस्तक का अनावरण किया।
अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में ‘भारतीय ज्ञान प्रणाली: वैश्विक परिदृश्य’ विषय पर विचार-विमर्श हुआ, जहां डॉ. रेशमा अंसारी को मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था। विमोचन समारोह में देश-विदेश के प्रतिष्ठित साहित्यकार, शोधार्थी और प्राध्यापक उपस्थित रहे।
ग़ज़ल संग्रह की भूमिका में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. सुधीर शर्मा ने लिखा है कि यह संग्रह जीवन के विभिन्न पहलुओं को छूता है—गरीबी, सामाजिक असमानता, राजनीति, तकनीकी बदलाव और मानवीय भावनाओं को सजीव रूप में प्रस्तुत करता है। इस अवसर पर डॉ. अंसारी ने कहा कि साहित्य नैतिक मूल्यों को संजोने का माध्यम है, और नई शिक्षा नीति में भारतीय ज्ञान परंपरा को सीखना आवश्यक है।
इस गरिमामय कार्यक्रम में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक राव चौव्हाण, पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री डी.पी. सावंत समेत कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।