अतुल शर्मा, दुर्ग। CG Nikay Chunav 2025 Results : दुर्ग नगर निगम चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा है। भाजपा की महापौर प्रत्याशी अलका बाघमार ने कांग्रेस की प्रेमलता साहू को 67,295 वोटों के बड़े अंतर से पराजित किया। अलका बाघमार को कुल 1,07,642 वोट मिले, जबकि प्रेमलता साहू को 40,347 वोट प्राप्त हुए।
पार्षद पदों के लिए भी भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया, जहां 40 वार्डों में भाजपा के पार्षद विजयी हुए, जबकि कांग्रेस केवल 12 वार्डों में ही जीत सकी।वहीं 8 निर्दलीय पार्षदों की जीत हुई है।इस चुनाव में कुल 63.78% मतदान हुआ था, जिसमें महापौर पद के लिए 2 और पार्षद पद के लिए 228 प्रत्याशी मैदान में थे।
भाजपा की इस सफलता का श्रेय पार्टी के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य सरकार की नीतियों को दिया। उन्होंने कहा कि दुर्ग की जनता ने भाजपा की नीतियों और कार्यों पर विश्वास जताते हुए महापौर और पार्षद पदों पर पार्टी को भारी जीत दिलाई है। जिला अध्यक्ष सुरेंद्र कौशिक के नेतृत्व में भाजपा ने संगठन को मजबूत किया है, जिससे पार्टी को यह महत्वपूर्ण जीत हासिल हुई है। कौशिक के अनुसार, यह जीत पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत और जनता के विश्वास का परिणाम है।
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व विधायक अरुण वोरा ने हार की समीक्षा करने की बात कही। उन्होंने स्वीकार किया कि पार्टी के मुद्दों में कोई कमी नहीं थी, लेकिन जमीनी स्तर पर काम करने की आवश्यकता है। वोरा ने कहा कि कांग्रेस एक धरातल पर काम करने वाली पार्टी है और वे हार के कारणों का विश्लेषण करेंगे।
दिलचस्प बात यह है कि भाजपा विधायकों गजेंद्र यादव और ललित चंद्राकर के वार्डों में कांग्रेस के पार्षदों ने जीत हासिल की है, जो दर्शाता है कि स्थानीय स्तर पर मतदाताओं ने उम्मीदवारों के व्यक्तिगत प्रभाव को महत्व दिया।
इस चुनाव में भाजपा ने ओबीसी कार्ड खेलते हुए कुर्मी समाज से महापौर प्रत्याशी अलका बाघमार को मैदान में उतारा, जो सांसद विजय बघेल की करीबी मानी जाती हैं। वहीं, कांग्रेस ने साहू समाज से प्रेमलता पोषण साहू को प्रत्याशी बनाया था। दुर्ग नगर निगम चुनाव के परिणामों ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है, जहां भाजपा ने कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले क्षेत्रों में भी अपनी पकड़ मजबूत की है। इस जीत के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह है और वे आगामी चुनावों में भी इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं।
कुल मिलाकर, दुर्ग नगर निगम चुनाव 2025 के नतीजों ने भाजपा को मजबूती प्रदान की है, जबकि कांग्रेस को अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। इस चुनाव ने यह भी साबित किया है कि जनता विकास और नीतियों के आधार पर अपने प्रतिनिधियों का चयन करती है।