। छत्तीसगढ़ में पंचायत चुनाव के दौरान एक ऐतिहासिक और अनोखी घटना घटी, जब एक ही परिवार के दो सदस्य—पति-पत्नी ने अलग-अलग गांवों से सरपंच पद पर जीत हासिल की। मुंडा गांव से हलमन सिंह ध्रुवा और दाबरीगुड़ा से उनकी पत्नी ललिता ध्रुवा ने शानदार जीत दर्ज कर नया इतिहास रच दिया।
यह पहली बार है जब राज्य में किसी दंपति को एक साथ सरपंच बनने का गौरव प्राप्त हुआ है। इस अनोखी जीत के बाद दोनों गांवों में खुशी और उत्साह का माहौल है। जहां ललिता ध्रुवा अपने मायके गांव की सेवा करेंगी, वहीं हलमन सिंह ध्रुवा अपने पैतृक गांव का नेतृत्व करेंगे।
हलमन सिंह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता माने जाते हैं, जबकि ललिता ध्रुवा भी भाजपा में एक महत्वपूर्ण पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले भी दोनों ने चुनाव लड़ा था, लेकिन सफलता नहीं मिली थी। इस बार जनता ने उन पर भरोसा जताया और दोनों को अपने गांवों की जिम्मेदारी सौंपी।
अब इनके सामने सबसे बड़ी चुनौती गांवों के विकास को गति देना है। दिलचस्प बात यह भी है कि हलमन सिंह को अपने गांव के साथ-साथ अपनी पत्नी के मायके—यानी अपने ससुराल के विकास की भी जिम्मेदारी निभानी होगी।
इस ऐतिहासिक जीत के बाद पूरे क्षेत्र में जश्न का माहौल है और लोग इसे राजनीति में नई सोच और बदलाव का संकेत मान रहे हैं।