गरियाबंद। बलौदाबाजार हिंसा मामले में जेल में बंद विधायक देवेंद्र यादव को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद जमानत के निर्देश जारी किए हैं, जिससे वे जल्द ही जेल से रिहा होंगे। उनकी रिहाई की खुशी में गरियाबंद युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एंव पार्षद संदीप सरकार के नेतृत्व में तिरंगा चौक पर भव्य जश्न मनाया गया।
पार्षद संदीप सरकार व अन्य कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर देवेंद्र यादव जिंदाबाद के नारे लगाए। विद्यायक देवेंद्र यादव के समर्थकों ने इसे न्याय की जीत बताया और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया।
गौरतलब है कि 10 जून 2024 को बलौदाबाजार में सतनामी समाज के जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में हिंसा भड़क गई थी। इस दौरान कलेक्टर और एसपी कार्यालय में आगजनी हुई थी। कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव पर आरोप था कि उन्होंने आंदोलनकारियों का समर्थन कर भीड़ को उकसाया। 17 अगस्त को उन्हें गिरफ्तार कर रायपुर सेंट्रल जेल भेजा गया था।
सुप्रीम कोर्ट में देवेंद्र यादव की ओर से तर्क दिया गया कि वे केवल सभा में शामिल हुए थे, लेकिन उन्होंने मंच से कोई भाषण नहीं दिया। उन्होंने हिंसा में कोई भूमिका नहीं निभाई और घटना के समय वहां मौजूद भी नहीं थे। कोर्ट ने उनके पक्ष को सुनने के बाद जमानत के आदेश जारी कर दिए।
अब सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों से जुड़े दस्तावेज बलौदाबाजार की अदालत में पेश किए जाएंगे, जिसके बाद कानूनी प्रक्रिया पूरी कर उन्हें शुक्रवार तक जेल से रिहा किए जाने की संभावना है। इस फैसले से समर्थकों में उत्साह है और पूरे प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा खुशी जताई जा रही है।