New Delhi : दिल्ली की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। पहली बार विधायक बनीं रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) ने राजधानी दिल्ली की बागडोर संभाल ली है। रामलीला मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
राजनीतिक सफर और बैकग्राउंड
रेखा गुप्ता भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की वरिष्ठ नेत्री हैं। हरियाणा में जन्मीं रेखा गुप्ता का राजनीतिक करियर काफी प्रभावशाली रहा है। वह 2003-2004 तक बीजेपी युवा मोर्चा दिल्ली की सचिव रहीं और 2004-2006 तक बीजेपी युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव भी रहीं। अप्रैल 2007 में उत्तरी पीतमपुरा वार्ड से पार्षद बनीं और 2010 में बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य बनीं। वर्तमान में वह बीजेपी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं।
शालीमार बाग सीट से विधायक बनीं
रेखा गुप्ता ने 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से जीत दर्ज की। चुनाव के बाद बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद के लिए नए चेहरे के रूप में रेखा गुप्ता को चुना, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई।
आर्थिक स्थिति और संपत्ति का ब्यौरा
2025 विधानसभा चुनाव के दौरान दायर हलफनामे के अनुसार, रेखा गुप्ता के पास लगभग 5.3 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति है। उनके पास कोई निजी कार नहीं है, जबकि उनके पति के नाम पर मारुति XL6 (2020 मॉडल) की कार दर्ज है। उनके पास 1,48,000 रुपये नकद हैं और उनके बैंक खाते में 22 लाख 42 हजार 242 रुपये जमा हैं। इसके अलावा, उनके पास विभिन्न कंपनियों के शेयर और दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र में एक मकान भी है।
बीजेपी का बड़ा दांव
बीजेपी ने इस बार मुख्यमंत्री पद के लिए अनुभवी नेताओं को नजरअंदाज करते हुए रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाकर एक चौंकाने वाला निर्णय लिया है। उनकी नियुक्ति को बीजेपी के एक नए रणनीतिक दांव के रूप में देखा जा रहा है। रेखा गुप्ता की यह नई भूमिका न केवल उनके लिए बल्कि दिल्ली की राजनीति के लिए भी एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अपनी नई जिम्मेदारियों को किस तरह संभालती हैं और दिल्ली के विकास को किस दिशा में आगे ले जाती हैं।