दिनेश नथानी, Bhanupratappur : भानुप्रतापपुर में सुलभ शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है! बस स्टैंड पर बने एकमात्र शौचालय में अभी कुछ दिनों से मरमत कार्य चल रहा है, लेकिन कार्य पूरा होने से पहले ही टाइल टूटने लगी है और सेफ़्टी शीट भी छोटी लगाई गई है।
इस मामले में ठेकेदार की मानसिकता और भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए। नगरीय प्रशासन को ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे मामलों में भविष्य में कार्यवाही हो।
यह भी देखना महत्वपूर्ण है कि क्या नगरीय प्रशासन इस मामले में ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही करेगा या फिर राजनीतिक दबाव में ठेकेदार को बचाने में लगे रहेंगे? यह देखने वाली बात होगी!
क्या सरकार इस मामले में कार्यवाही करेगी और ठेकेदार को दंडित करेगी? यह सवाल उठता है कि क्या सरकार अपने “स्वच्छ भारत मिशन” के दावों को पूरा करने के लिए कार्यवाही करेगी? इस मामले में आम जनता की भी जिम्मेदारी है। उन्हें अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए और सरकार से जवाबदेही मांगनी चाहिए।
इस मामले में अधिकारियों की लापरवाही भी सामने आई है। क्या उन्होंने ठेकेदार को कार्य पूरा करने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया था या फिर की गुणवत्ता की जांच की। इससे यह स्पष्ट होता है कि अधिकारी भ्रष्टाचार में शामिल हो सकते हैं।