रायपुर। CG VIDHANSABHA : सीजीएमएससी के माध्यम से हुए रीजेंट सामग्री खरीदी में भ्रष्टाचार की गूंज आज फिर सदन में सुनाई दी। इस मामले में सत्ता पक्ष के ही विधायक ने अपनी सरकार को जमकर घेरा। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने इसके लिए दोषी कंपनी और अधिकारियों पर कार्रवाई की जानकारी मांगी। विभागीय मंत्री ने इसका जवाब जरूर दिया परन्तु वह अपनी ही पार्टी के विधायक को संतुष्ट नहीं कर पाए।
प्रश्नकाल में भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने पूछा कि सीजीएमएससी से हुए रीजेंट सामग्री खरीदी के लिए मोक्षीत एजेंसी को टेंडर किसकी मांग पत्र पर किस अधिकारी ने किस दर पर दिया गया था। जिस सामान का आर्डर दिया गया उसकी जरूरत थी कि नहीं और उसके लिए बजट आबंटन था कि नहीं। इस खरीदी में विभाग को क्या अनियमितता मिली और दोषियों पर क्या कार्रवाई की गई।
जवाब में स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने स्वीकार किया कि इस खरीदी में विभाग की ओर से गड़बड़ी की गई है। इसमें करोड़ों की अनियमितता सामने आई थी । बाजार मूल्य से अधिक दर पर खरीदी की गई जिसमें सप्लायर और अधिकारियों की मिलीभगत रही है इसलिए संबंधित सप्लायर कंपनी और 15 विभागीय अधिकारियों के नाम जांच एजेंसी ई ओ डब्ल्यू को दिया गया है जो मामले की जांच कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने दोषियों पर होने वाली कार्रवाई के संबंध में समय सीमा बताने में असमर्थता जताई, जिससे भाजपा विधायक अजय चंद्राकर असंतुष्ट नजर आए।