मनेंद्रगढ़। CG NEWS : छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (एमसीबी) जिले में सार्वजनिक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अंतर्गत बनाई गई सीसी सड़कों की गुणवत्ता पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। जिले के केल्हारी क्षेत्र में 2023-24 के दौरान बनी सीसी सड़कें महज 8 से 16 माह के भीतर जर्जर हो चुकी हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में मानकों का पालन नहीं किया गया, जिससे सड़क की गिट्टियां उखड़कर बिखर गई हैं और रेत धूल बनकर उड़ रही है।
डोडकी ग्राम पंचायत में अधिकारियों की लापरवाही उजागर
मनेंद्रगढ़ जनपद पंचायत के डोडकी ग्राम पंचायत के अंतर्गत पसौरी से डोडकी और पकरीटोला तक बनाई गई सीसी सड़क का हाल बेहद खराब है। ग्रामीणों का कहना है कि यह सड़क अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ चुकी है। पूर्व स्वर्गीय सरपंच पति राजेंद्र सिंह ने इसकी शिकायत की थी, जिसके बाद आनन-फानन में 500 मीटर सड़क में से 300 मीटर हिस्से की मरम्मत की गई। हालांकि, बाकी 200 मीटर सड़क को अधूरा छोड़ दिया गया, जिससे ग्रामीणों की परेशानी जस की तस बनी हुई है।
सड़क पर चलना हुआ मुश्किल
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह सड़क अब इतनी खराब हो गई है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है, खासकर नंगे पैर चलने वालों के लिए यह बेहद कष्टदायक हो गया है। वहीं, दोपहिया वाहन चालकों को फिसलने का खतरा बना रहता है, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
निर्माण में भारी भ्रष्टाचार, ग्रामीणों के साथ धोखा
ग्रामीणों का कहना है कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों और ठेकेदारों ने सिर्फ कागजों पर गुणवत्ता पूर्ण कार्य दिखाकर भुगतान करा लिया, जबकि जमीन पर निर्माण बेहद घटिया हुआ है। सवाल उठता है कि जब ग्रामीण अपनी बुनियादी जरूरत के लिए सड़क की मांग करते हैं, तो क्या उन्हें ऐसी सड़कें ही दी जाएंगी जो कुछ महीनों में ही बिखर जाएं? सरकार द्वारा विकास कार्यों के लिए दिए गए बजट का उपयोग सही तरीके से नहीं हो रहा, बल्कि ठेकेदार और अधिकारी मिलकर इसका बंदरबांट कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने की उच्च स्तरीय जांच की मांग
ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषी अधिकारियों एवं ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। साथ ही, सड़क की दोबारा मरम्मत कर इसे चलने योग्य बनाने की मांग भी की गई है। अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो **ग्रामीण आंदोलन करने को मजबूर होंगे।