रायपुर। CG NEWS : प्रदेश के ग्राम पंचायतों में महिलाओं की सुविधा के लिए बनाए जा रहे महतारी सदन का मुद्दा आज विधानसभा में गरमाया। विपक्ष ने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि इनका निर्माण ज्यादातर भाजपा विधायकों के क्षेत्रों में हो रहा है, जबकि कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र की उपेक्षा की जा रही है।
प्रश्नकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने सरकार से पूछा कि वर्ष 2024-25 में कितने ग्राम पंचायतों में महतारी सदन की स्वीकृति दी गई है और इसके लिए कितनी राशि जारी की गई है। इस पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि प्रदेश में कुल 194 ग्राम पंचायतों में महतारी सदन के निर्माण की स्वीकृति दी गई है, जिसके लिए 50 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है। प्रत्येक महतारी सदन की लागत 29.20 लाख रुपये होगी और अभी तक 168 महतारी सदनों के लिए राशि जारी की जा चुकी है।
भाजपा विधायकों को ज्यादा तवज्जो?
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिन 194 ग्राम पंचायतों में महतारी सदन बनाए जा रहे हैं, उनमें से मात्र 5 कांग्रेस विधायकों के क्षेत्रों में हैं, जबकि बाकी सभी भाजपा विधायकों के क्षेत्रों में ही स्वीकृत किए गए हैं। उन्होंने यह सवाल उठाया कि कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र की महिलाओं के साथ यह भेदभाव क्यों किया जा रहा है?
वहीं, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि महतारी सदन के आवंटन में किसी तरह का भेदभाव नहीं किया गया है। उन्होंने कहा, “प्रदेश के सभी क्षेत्रों को समान रूप से प्राथमिकता दी जा रही है और जरूरत के अनुसार महतारी सदन बनाए जा रहे हैं।”
हालांकि, इस जवाब से विपक्ष संतुष्ट नहीं दिखा और इस मुद्दे पर सदन में जोरदार बहस जारी रही।