नगरी। CG NEWS : नगरी ब्लॉक के पंचायत सचिव शासकीयकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। हड़ताल के चौथे दिन भी सचिवों का प्रदर्शन जारी रहा, जहां रावण भाटा मैदान में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। सचिवों ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री ने उनके शासकीयकरण का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक इस संबंध में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप
पंचायत सचिव संगठन का कहना है कि सरकार ने समिति गठित कर शासकीयकरण की रिपोर्ट प्रस्तुत करने की बात कही थी, लेकिन अभी तक कोई प्रतिवेदन पेश नहीं किया गया और न ही बजट में इसका जिक्र किया गया। इसी वादाखिलाफी से नाराज सचिवों ने पहले 17 मार्च को रायपुर में विधानसभा घेराव किया और 18 मार्च से अपने-अपने ब्लॉक में धरना प्रदर्शन करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। सचिवों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, आंदोलन जारी रहेगा और आने वाले दिनों में इसे और उग्र किया जाएगा।
पंचायतों में कामकाज ठप, जनता परेशान
इस हड़ताल के कारण पंचायतों का कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है। जन्म-मृत्यु पंजीकरण, पेंशन वितरण, राशन कार्ड, प्रमाण पत्र सहित तमाम सरकारी कार्य प्रभावित हो रहे हैं। हालात यह हैं कि हाल ही में निर्वाचित पंचायत जनप्रतिनिधियों को भी आवश्यक जानकारियों के लिए भटकना पड़ रहा है।
धरने में पंचायत सचिव संगठन के अध्यक्ष अनित ध्रुव, सचिव रैनकुमार नेताम, उपाध्यक्ष खूबचंद ध्रुव, लक्ष्मी साहू, कोषाध्यक्ष पीलाराम सेन, सहसचिव सुखदेव भारती, भूपेंद्र साहू, संरक्षक मदन सेन, आसत सामरथ, बुधराम नेताम, भीखराय कुलदीप, गैंदलाल साहू, थानसिंह देवांगन, रामकुमार एल्मा सहित ब्लॉक के सभी पंचायत सचिव शामिल रहे।
हड़ताल से प्रभावित लोगों को जल्द राहत मिलेगी या नहीं, यह सरकार के रुख पर निर्भर करेगा। लेकिन फिलहाल, पंचायत सचिवों की हड़ताल से ग्रामीण जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।