महासमुंद। CG NEWS : महासमुंद प्रशासन ने जिले में संचालित 10 शराब दुकानों को नए क्षेत्रों में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार रहा और संबंधित पंचायतों से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) प्राप्त हो गया, तो इन दुकानों को नई स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य शराब की तस्करी पर रोक लगाना और शासन के राजस्व में वृद्धि करना है।
प्रशासन ने शुरू की प्रक्रिया
महासमुंद कलेक्टर (आबकारी) ने जिला पंचायत सीईओ को पत्र लिखकर संबंधित पंचायतों से जल्द से जल्द अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। आबकारी नीति 2025-26 के तहत नई शराब दुकानें खोली जाएंगी और पुरानी दुकानों को उन क्षेत्रों में स्थानांतरित किया जाएगा, जहां वर्तमान में कोई शराब दुकान नहीं है।
शराब तस्करी पर लगेगी रोक
प्रशासन का मानना है कि इन स्थानांतरण से उन क्षेत्रों में शराब की तस्करी पर रोक लगेगी, जहां अवैध रूप से शराब पहुंचाई जाती थी। साथ ही, अन्य राज्यों से आने वाली अवैध शराब को रोकने में भी मदद मिलेगी।
स्थानांतरित की जाने वाली दुकानें
प्रशासन द्वारा प्रस्तावित स्थानांतरण सूची के अनुसार, महासमुंद जिले की निम्नलिखित शराब दुकानों को नए क्षेत्रों में स्थानांतरित किया जाएगा:
1. बेमचा रोड महासमुंद → ग्राम बम्हनी
2. झलप → ग्राम रायतुम
3. कोमाखान → ग्राम खट्टी
4. पिथौरा → ग्राम तेंदुकोना
5. सरायपाली → ग्राम बिरकोल
6. भंवरपुर → ग्राम बड़ेसाजापाली
7. बसना → ग्राम बिरकोनी (महासमुंद)
8. गढ़फुलझर → ग्राम तोषगांव (बसना)
9. बागबाहरा (विदेशी मदिरा दुकान) → ग्राम आंवराडबरी (ब्लॉक बागबाहरा)
10. सुवरमार (कम्पोजिट मदिरा दुकान) → ग्राम खम्हरिया (ब्लॉक बागबाहरा)
नए नामों से संचालित होंगी दुकानें
आंवराडबरी में स्थानांतरित विदेशी मदिरा दुकान को नया नाम “कम्पोजिट विदेशी मदिरा दुकान आंवराडबरी” दिया जाएगा, जबकि अन्य सभी को “कम्पोजिट देशी मदिरा दुकान” के रूप में संचालित किया जाएगा।
1 अप्रैल 2025 से पहले भेजा जाएगा प्रस्ताव
इस प्रक्रिया को अंतिम रूप देने के लिए महासमुंद कलेक्टर को 1 अप्रैल 2025 से पहले आबकारी आयुक्त को प्रस्ताव भेजना होगा। इसके बाद शासन की मंजूरी के आधार पर स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
शासन को मिलेगी अतिरिक्त राजस्व बढ़ोतरी
शराब दुकानों के स्थानांतरण से न केवल तस्करी पर रोक लगेगी, बल्कि शासन के राजस्व में भी वृद्धि होगी। प्रशासन अब पंचायतों से जल्द से जल्द अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने की दिशा में कार्य कर रहा है, ताकि नए स्थानों पर शराब दुकानों का संचालन सुचारू रूप से किया जा सके।