गरियाबंद। साक्षरता की नई रोशनी फैलाने के संकल्प के साथ उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत गरियाबंद विकासखंड में राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा का सफल आयोजन हुआ। जिले में 170 परीक्षा केंद्रों पर नवसाक्षरों ने परीक्षा देकर इस अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित की। इस ऐतिहासिक पहल की सबसे खास बात यह रही कि जिला जेल गरियाबंद में भी 20 नवसाक्षरों ने परीक्षा देकर शिक्षा की ओर एक नया कदम बढ़ाया।
23 मार्च को आयोजित इस परीक्षा को सफल बनाने में जिलाधीश दीपक कुमार अग्रवाल, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जी.आर. मरकाम और जिला शिक्षा अधिकारी आनंद कुमार सारस्वत का मार्गदर्शन रहा। इस अभियान के तहत स्वयंसेवी शिक्षकों ने नवसाक्षरों को संध्याकालीन कक्षाओं में पढ़ना, लिखना और संख्यात्मक अवधारणाओं से परिचित कराया।
इस महापरीक्षा में ग्राम आमदी (म) को आदर्श उल्लास साक्षरता केंद्र के रूप में विकसित किया गया। विकासखंड के विभिन्न परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण मुख्य कार्यपालन अधिकारी जी.आर. मरकाम, जिला शिक्षा अधिकारी आनंद कुमार सारस्वत, अनुविभागीय अधिकारी ऋषा ठाकुर, डी.पी.ओ. बुद्ध विलास सिंह, जनपद पंचायत सीईओ अमज़द जाफरी और विकासखंड शिक्षा अधिकारी गजेंद्र ध्रुव सहित अन्य अधिकारियों ने किया।
इस दौरान जिला जेल, आमदी (म), मरोदा, पारागांव, घुटकु नवापारा, बारूला, नागाबुड़ा सहित अन्य परीक्षा केंद्रों पर नवसाक्षरों में भारी उत्साह देखने को मिला। इस अभियान को सफल बनाने में जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों, संकुल समन्वयकों और शिक्षकों का विशेष योगदान रहा।
यह महापरीक्षा केवल एक परीक्षा नहीं, बल्कि नवसाक्षरों के उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ाया गया एक ऐतिहासिक कदम है।