डेस्क। CG NEWS : केंद्र सरकार नक्सलियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है. हाल ही में बीजापुर (छत्तीसगढ़) में 50 नक्सलियों ने हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण कर दिया है. केंद्रीय गृह मंत्री ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इन नक्सलियों का पुनर्वास किया जाएगा और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा.
गृह मंत्री की टिप्पणी
केंद्रीय गृह मंत्री ने इस आत्मसमर्पण की जानकारी देते हुए लिखा, “बीजापुर में 50 नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण किया. हम उनका स्वागत करते हैं जो अब मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं. पीएम मोदी की नीति साफ है, जो नक्सली हथियार छोड़कर विकास की राह अपनाएंगे, उन्हें सरकार की तरफ से पूरा समर्थन मिलेगा.”
नक्सलवाद के खिलाफ सरकार का संकल्प
गृह मंत्री ने नक्सलियों से अपील की कि वे भी हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हों. उन्होंने कहा, “हमारा संकल्प है कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद देश में इतिहास बन जाएगा.” पुलिस अधिकारी के अनुसार, बीजापुर में रविवार को 50 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. इनमें से 14 नक्सलियों पर कुल 68 लाख रुपये का इनाम था. इन नक्सलियों ने राज्य पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अधिकारियों के सामने हथियार डाल दिए.
नक्सलियों के सरेंडर का कारण
बीजापुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि इन नक्सलियों ने माओवादी विचारधारा और आदिवासियों के शोषण के खिलाफ सरेंडर किया. वे यह भी मानते थे कि सुरक्षा बलों द्वारा बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने वाली योजनाओं से वे प्रभावित हुए. यादव ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले 50 नक्सलियों में से छह पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था. तीन पर 5-5 लाख रुपये का इनाम था, और पांच पर 1-1 लाख रुपये का इनाम था. इन नक्सलियों के आत्मसमर्पण में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), बस्तर फाइटर्स, स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ), सीआरपीएफ और कोबरा कमांडो बटालियन का अहम योगदान रहा. एसपी ने बताया कि सरकार की नीति के अनुसार, इन नक्सलियों का पुनर्वास किया जाएगा ताकि वे फिर से समाज का हिस्सा बन सकें.