सरिया। CG NEWS : नगर के प्रसिद्ध रामचंडी मंदिर में 29 मार्च को चैत्र नवरात्रि की भव्य शुरुआत कलश यात्रा के साथ हुई। श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक इस यात्रा में भाग लिया और सोलबंध तालाब से पवित्र जल भरकर कलश उठाया। कलश यात्रा में एक हजार से अधिक महिला श्रद्धालुओं सहित नगर व आसपास के लगभग 30 ग्रामों से श्रद्धालु शामिल हुए।
मंदिर परिसर में वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच कलश स्थापना की गई। इस दौरान श्रद्धालु महिलाओं ने सिर पर कलश रखकर दीप प्रज्वलित किया, जिससे यह दृश्य अत्यंत मनमोहक प्रतीत हो रहा था। कलश स्थापना के साथ ही मां दुर्गा की नौ दिवसीय आराधना का शुभारंभ हो गया।
माँ के आगमन का शुभ संकेत
पंडितों के अनुसार, इस वर्ष चैत्र नवरात्रि में माता रानी की सवारी हाथी है, जिसे शांति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसी के मद्देनज़र बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालुओं ने कलश यात्रा में भाग लिया और माता रानी की उपासना में समर्पित भाव से जुड़ गईं।
नगर पंचायत अध्यक्ष ने की पूजा-अर्चना
कलश यात्रा के अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष कमलेश अग्रवाल ने भी मंदिर पहुंचकर माता रानी की पूजा-अर्चना की और नगर की सुख-शांति एवं समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि नवरात्रि सिर्फ धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सामूहिकता का पर्व है, जो सभी वर्गों और समुदायों को जोड़ने का कार्य करता है। उन्होंने यह भी कहा कि भक्ति संगीत और सामूहिक पूजा से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जिससे धार्मिक और सामाजिक एकता को बल मिलता है।
भक्ति संगीत बना आकर्षण का केंद्र
कलश यात्रा के दौरान भक्तों के लिए विशेष रूप से भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने भावपूर्ण भजनों के माध्यम से माता रानी की स्तुति की। सरिया अंचल में नवरात्रि उपासना के ये नौ दिन भक्तों के लिए विशेष महत्व रखते हैं और पहले ही दिन से श्रद्धालु पूरी आस्था के साथ माता रानी की उपासना में लीन हो गए हैं। भव्य कलश यात्रा और भक्ति संगीत के साथ नगर में चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ भक्तिमय वातावरण में हुआ, जिससे नगरवासियों में श्रद्धा और उल्लास की लहर दौड़ गई।