रायपुर। CG NEWS : रायपुर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर गजराज बांध के संरक्षण को लेकर ग्रीन आर्मी संस्था द्वारा चलाई जा रही वर्षों पुरानी मुहिम को एक नई दिशा मिली है। मंगलवार को ग्रीन आर्मी की 25 सदस्यीय टीम ने छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव से मुलाकात की और गजराज बांध की दयनीय स्थिति को लेकर चिंता जताई।
संस्था के प्रदेश अध्यक्ष अमिताभ दुबे ने बताया कि यह विशाल जल कुंड, जो कभी 230 एकड़ में फैला हुआ करता था, आज अतिक्रमण और उपेक्षा की वजह से अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहा है। उन्होंने बताया कि ग्रीन आर्मी विगत 8 वर्षों से “एक व्यक्ति, एक धमेला” योजना के तहत प्रत्येक रविवार को बांध के गहरीकरण और सफाई के कार्य में जुटी रही है। इसके बावजूद प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कदम अब तक नहीं उठाया गया।
मीडिया प्रभारी शशिकांत यदु ने कहा कि संस्था ने कई बार तत्कालीन जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से अनुरोध किया, लेकिन सारी योजनाएं केवल फाइलों में सिमट कर रह गईं।
बैठक के दौरान उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने गजराज बांध के संरक्षण पर गंभीरता से संज्ञान लिया और तत्काल कार्यवाही का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर तालाब और सरोवर को एक धरोहर की तरह संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है और गजराज बांध को इसके मूल स्वरूप में विकसित किया जाएगा।
उन्होंने ग्रीन आर्मी के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि नागरिकों की इस तरह की सहभागिता ही किसी भी आंदोलन को सफल बनाती है। उन्होंने संस्था के अध्यक्ष अमिताभ दुबे, जिला अध्यक्ष गुरदीप टुटेजा, और पूरी टीम को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनकी इस पहल को सरकार हरसंभव सहयोग देगी।
यह मुलाकात न केवल गजराज बांध के लिए उम्मीद की नई किरण लेकर आई है, बल्कि यह भी साबित करती है कि जब नागरिक संगठनों की नीयत मजबूत हो, तो प्रशासन भी कदम मिलाने को बाध्य हो जाता है।