दुर्ग। CG NEWS : छत्तीसगढ़ के दुर्ग में मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी और हत्या के मामले ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। वहीं मासूम बच्ची के मां पिता ने कहा कि पुलिस ने जिस युवक को आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया है, वह असली अपराधी नहीं है। उनका कहना है कि पुलिस ने उस युवक को जबरदस्ती मारपीट कर अपराध स्वीकार करने पर मजबूर किया है। यही नहीं, परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने बच्ची और उसकी दादी के साथ भी मारपीट की है। परिजनों ने बताया कि जिस गाड़ी में बच्ची का शव बरामद किया गया, वह एक अन्य व्यक्ति की है, जो कि असली आरोपी है। बावजूद इसके, पुलिस ने उस व्यक्ति को अभी तक न गिरफ्तार किया है, न ही उससे कोई पूछताछ की गई है। इस कारण परिवार ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और जांच एसबीआई (CBI का तात्पर्य संभवतः यही था) से करवाने की गुहार लगाई है। उनका साफ कहना है कि न्याय के लिए वे किसी भी हद तक जाएंगे और किसी तरह का मुआवजा उन्हें मंजूर नहीं है। राज्य सरकार द्वारा दी जा रही ढाई लाख रुपये की सहायता राशि को परिवार ने अस्वीकार कर दिया है। उनका कहना है कि उन्हें केवल निष्पक्ष जांच चाहिए ताकि असली दोषी को सजा मिले।
कांग्रेस जांच दल ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि उन्होंने पीड़ित बच्ची की मां और अन्य परिजनों से बात कर पूरी जानकारी इकट्ठा की है। उन्होंने भी यह माना कि परिजनों की बातें गंभीर हैं और मामले की गहन जांच की आवश्यकता है। जांच दल का कहना है कि परिवार ने जिस व्यक्ति पर संदेह जताया है, उसे पुलिस केवल खाना खिलाकर और चाय पिलाकर वापस भेज देती है, जबकि उन्हें बार-बार परेशान किया जा रहा है।परिवार ने पुलिस पर दबाव और मानसिक प्रताड़ना का भी आरोप लगाया है। उनका कहना है कि उन्हें धमकाया जा रहा है, और जबरन पुलिस थाने बुलाकर पूछताछ की जा रही है। इससे परिवार मानसिक रूप से बेहद परेशान है।