रायगढ़। CG NEWS : रायगढ़ जिले के बरौद खदान विस्थापित परिवारों को लेकर लंबे समय से चल रही मांगों के बीच आखिरकार एसईसीएल प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच सहमति बन गई है। दिनांक 15 अप्रैल 2025 को रायगढ़ क्षेत्र के महाप्रबंधक अनुरुद्ध सिंह की अध्यक्षता में तहसीलदार घरघोड़ा मनोज कुमार गुप्ता की मध्यस्थता में आयोजित बैठक में त्रिपक्षीय सहमति बनी।
बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रत्येक विस्थापित परिवार को 3 लाख रुपये विस्थापन लाभ के साथ अतिरिक्त 5 लाख रुपये बोनस प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह प्रस्ताव एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर भेजा जाएगा और आगामी 6 माह में एसईसीएल बोर्ड से स्वीकृति लेकर इसे लागू किया जाएगा। इससे पूर्व 01 अप्रैल को विस्थापितों ने ग्राम पंचायत बरौद के लेटरहेड पर कलेक्टर रायगढ़, एसईसीएल प्रबंधन, जनप्रतिनिधियों एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा था। ग्रामीणों का कहना था कि 10 जनवरी 2024 को हुई बैठक में सराईपाली परियोजना के ग्राम बुड़बुड़ के आधार पर लाभ देने की सहमति बनी थी, लेकिन 14 महीने बीतने के बाद भी कोई निर्णय नहीं लिया गया। आंदोलन की चेतावनी के बीच 16 अप्रैल को प्रस्तावित खदान बंद को टालते हुए ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल स्थगित कर दी है। बैठक में सरपंच श्वेता राठिया, उपसरपंच परमानंद यादव सहित सैकड़ों ग्रामीण व एसईसीएल के अधिकारी मौजूद थे। सहमति के तहत अब विस्थापितों को बुड़ बुड़ तर्ज पर लाभ दिया जाएगा।