लखनपुर।CG NEWS : छत्तीसगढ़ के पंचायत सचिवों ने अपनी शासकीयकरण की मांग को लेकर पूरे प्रदेश में अनिश्चितकालीन हड़ताल छेड़ दी है, जिससे ग्रामीण इलाकों में शासन की योजनाओं का संचालन पूरी तरह प्रभावित हो रहा है। पंचायत सचिवों के आंदोलन के कारण ग्राम स्तर पर विकास कार्य रुक गए हैं और ग्रामीणों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पंचायत सचिव संघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र सिंह पैकरा के नेतृत्व में 17 मार्च को रायपुर विधानसभा का घेराव किया गया था। इसके बाद 18 मार्च से सचिव संघ जिला और जनपद मुख्यालयों में धरना देते हुए लगातार आंदोलनरत है। यह आंदोलन अब 29वें दिन में प्रवेश कर चुका है।
सरगुजा जिले के लखनपुर जनपद कार्यालय के सामने धरने पर बैठे पंचायत सचिवों ने 12 अप्रैल से क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इस भूख हड़ताल में प्रतिदिन चार सचिव भाग ले रहे हैं। बुधवार, 16 अप्रैल को लखनपुर सचिव संघ के सदस्य आकृत, अमर जीत, राजेश प्रजापति और ओमप्रकाश क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे रहे।
इस बीच, प्रदेश में तीन पंचायत सचिव—राजकुमार कश्यप, मोहित साहू और रामेश्वर चौहान के आकस्मिक निधन की खबर से आंदोलनकारी सचिवों में शोक की लहर है। आंदोलन स्थल पर दिवंगत साथियों को श्रद्धांजलि दी गई और दो मिनट का मौन रखकर उन्हें याद किया गया।
लखनपुर ब्लॉक सचिव संघ के अध्यक्ष जयपाल साहू ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “हमारी मांगे पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी। मोदी की गारंटी महज एक लुभावना जुमला बनकर रह गई है। जिस तरह बच्चों को लॉलीपॉप दिखाकर बहलाया जाता है, वैसा ही हमारे साथ भी हुआ है। लेकिन हम पीछे हटने वाले नहीं हैं।”
जयपाल साहू ने आगे बताया कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर जल्द ध्यान नहीं दिया, तो आगामी 20 अप्रैल को प्रदेशभर के पंचायत सचिव दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन करेंगे।
पंचायत सचिवों की इस हड़ताल से ग्राम पंचायतों का कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है, जिससे मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी योजनाएं ठहर सी गई हैं। सरकार की चुप्पी से सचिवों में नाराजगी साफ देखी जा रही है।