कानपुर।CG NEWS :उत्तर प्रदेश के कानपुर में साईं नर्सिंग कॉलेज में एक सनसनीखेज घटना ने शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कॉलेज प्रबंधन पर अतिरिक्त फीस वसूलने और फीस न जमा करने पर छात्राओं को परीक्षा से वंचित करने का गंभीर आरोप लगा है। इस अन्याय से आहत होकर एक छात्रा, आरोही, ने कॉलेज गेट पर पेट्रोल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे समझा-बुझाकर शांत किया और हिरासत में लिया। छात्राओं के समूह ने कुलपति और जिलाधिकारी से शिकायत दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस और स्थानीय मीडिया के अनुसार, चौबेपुर क्षेत्र में स्थित साईं नर्सिंग कॉलेज की छात्रा आरोही, जो जेएनएम (जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी) द्वितीय वर्ष की छात्रा है, ने गुरुवार सुबह कॉलेज गेट पर आत्मदाह का प्रयास किया। आरोही का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन ने निर्धारित शुल्क से 2000 रुपये अतिरिक्त फीस की मांग की थी। इस फीस को जमा न करने पर उसका बैक पेपर का फॉर्म जमा नहीं किया गया, जिसके चलते उसे गुरुवार को होने वाली परीक्षा में बैठने से रोक दिया गया।
आरोही ने बताया कि तीन महीने पहले उसने और करीब एक दर्जन अन्य छात्राओं ने अतिरिक्त फीस के खिलाफ आवाज उठाई थी। उस समय कॉलेज प्रबंधन ने आश्वासन दिया था कि सभी का फॉर्म समय पर जमा कर दिया जाएगा। लेकिन जब परीक्षा का समय आया, तो केवल आरोही का फॉर्म जमा नहीं हुआ, और उसे एडमिट कार्ड नहीं मिला। तीन दिन पहले इस मुद्दे पर कॉलेज प्रशासन के साथ उसका तीखा विवाद भी हुआ था।
गुरुवार सुबह, जब उसे परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने से रोक दिया गया, तो वह टूट गई। उसने पेट्रोल की बोतल लेकर कॉलेज गेट पर आत्मदाह का प्रयास किया। उसकी सहेलियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, और चौबेपुर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उसे सुरक्षित हिरासत में लिया।
छात्राओं का गुस्सा और शिकायत
आरोही की इस हरकत के बाद अन्य छात्राओं ने भी कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रबंधन ने मनमानी फीस वसूलने की कोशिश की और फीस न देने वाली छात्राओं को जानबूझकर परीक्षा से वंचित किया। छात्राओं के एक समूह ने छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU) के कुलपति और कानपुर के जिलाधिकारी से लिखित शिकायत की, जिसमें कॉलेज के प्राचार्य राजेश कुमार यादव और अन्य स्टाफ पर कार्रवाई की मांग की गई।
छात्राओं ने बुधवार को जिलाधिकारी से मिलकर अपनी समस्या बताई थी, जिसके बाद डीएम ने जांच के आदेश दिए थे। लेकिन गुरुवार को परीक्षा का आखिरी दिन होने के बावजूद आरोही को परीक्षा से वंचित कर दिया गया, जिससे उसका करियर खतरे में पड़ गया।
कॉलेज प्रबंधन का पक्ष
कॉलेज के प्राचार्य राजेश कुमार यादव ने दावा किया कि आरोही की फीस बकाया थी, जिसके चलते उसका फॉर्म जमा नहीं किया गया। उन्होंने कहा, “हमने छात्रा को कई बार फीस जमा करने को कहा, लेकिन उसने नहीं सुना। फिर भी, हम समाधान के लिए प्रयास कर रहे हैं।” हालांकि, प्राचार्य ने अतिरिक्त फीस के आरोपों पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
चौबेपुर थाना के प्रभारी निरीक्षक राजकुमार सिंह राठौर ने बताया कि छात्रा को आत्मदाह से रोका गया और उसे थाने लाया गया। दोनों पक्षों को बातचीत के लिए बुलाया गया है, और मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने कॉलेज प्रबंधन से भी पूछताछ शुरू कर दी है।कानपुर पुलिस ने एक पोस्ट में कहा, “छात्रा को सुरक्षित हिरासत में लिया गया है, और मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच जारी है। हम छात्राओं की शिकायतों को गंभीरता से ले रहे हैं।”
सोशल मीडिया पर हंगामा
यह मामला वायरल हो गया है, जहां लोग कॉलेज की मनमानी और शिक्षा के नाम पर हो रही लूट के खिलाफ गुस्सा जता रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “साईं नर्सिंग कॉलेज ने छात्रा को आत्मदाह तक के लिए मजबूर कर दिया, ये शिक्षा नहीं, व्यापार है!” एक अन्य ने टिप्पणी की, “पुलिस और प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, वरना ऐसी घटनाएं बढ़ेंगी।”