बिलासपुर। CG NEWS : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के खम्हारडीह स्थित श्रीचक्र महामेरू पीठम् आश्रम में शुक्रवार 18 अप्रैल को एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक आयोजन संपन्न हुआ। तमिलनाडु के कृष्णगिरी पीठाधीश्वर, परम पूज्य जगद्गुरु स्वामी श्री वसंत विजयानंद गिरी जी महाराज के पावन सान्निध्य में मां भगवती राजराजेश्वरी के दिव्य मंदिर के राजगोपुरम के भूमि पूजन के उपलक्ष्य में वास्तु पूजन का भव्य अनुष्ठान किया गया। यह आयोजन आगामी 23 अप्रैल को होने वाले राजगोपुरम के भूमि पूजन की तैयारियों का हिस्सा है। श्रीचक्र महामेरू पीठम् आश्रम की स्थापना का उद्देश्य इस क्षेत्र में सनातन धर्म और आध्यात्मिकता के प्रचार-प्रसार को विस्तारित किया जाना है। जो भविष्य में मील का पत्थर साबित होगा।
श्रीचक्र महामेरू पीठम् आश्रम प्रमुख से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार सुबह आश्रम परिसर में वैदिक मंत्रोच्चार और पवित्र हवन के साथ वास्तु पूजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर स्वामी श्री वसंत विजयानंद गिरी जी महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि मां भगवती राजराजेश्वरी की कृपा से यह मंदिर भक्तों के लिए आध्यात्मिक शक्ति और शांति का केंद्र बनेगा। उन्होंने कहा, “कलयुग में सत्संग और धर्म चर्चा ही मनुष्य को सही मार्ग दिखाती है। यह मंदिर न केवल भक्ति का केंद्र होगा, बल्कि समाज में सकारात्मकता और एकता का संदेश भी देगा।”
वास्तु पूजन के पश्चात स्वामी जी ने श्रीचक्र महामेरू पीठाधीश्वर के साथ दिव्य सत्संग और धर्म चर्चा में भाग लिया। सत्संग में सनातन धर्म के महत्व, गुरु-शिष्य परंपरा, और मां भगवती की महिमा पर गहन विचार-विमर्श हुआ। स्वामी जी ने भक्तों को जीवन में सात्विकता, संयम और सेवा के महत्व को अपनाने का संदेश दिया। इस अवसर पर सैकड़ों भक्तों ने उपस्थित होकर गुरु के दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त किया।
आश्रम के प्रबंधन ने बताया कि 23 अप्रैल को राजगोपुरम का भूमि पूजन भव्य स्तर पर आयोजित होगा।