बलौदा।CG NEWS :जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के अंतर्गत हो रहे मकानों के निर्माण कार्य में अब महिलाओं की भागीदारी भी तेजी से बढ़ रही है। खासतौर पर जय माँ चंडी स्व सहायता समूह की महिलाएं सेंट्रिंग प्लेट और बल्ली लगाने जैसे तकनीकी कार्यों में न केवल दक्षता हासिल कर रही हैं, बल्कि अपनी मेहनत और आत्मनिर्भरता से आजीविका की नई राह भी बना रही हैं।
बलौदा जनपद की ग्राम पंचायत बछोद की *रत्ना सिंह गोड़* जैसी महिलाएं इस बदलाव की मिसाल बन चुकी हैं। उन्होंने अपने समर्पण और सीखने की ललक से यह दिखा दिया है कि यदि अवसर और मार्गदर्शन मिले तो महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।
प्रशासन का मिला सहयोग
इस पूरे प्रयास को दिशा और गति मिली है कलेक्टर आकाश छिकारा तथा जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे के मार्गदर्शन से। उनके नेतृत्व में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) से जुड़ी महिलाओं को तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया और उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के निर्माण कार्य से जोड़ा गया। जनपद पंचायत बलौदा के सीईओ रोहित नायक ने बताया कि यह कार्य पहले पुरुषों का माना जाता था, लेकिन महिलाओं ने अपनी मेहनत से इस सोच को बदल दिया है।
शुरुआत में था डर, अब है आत्मविश्वास
समूह की सदस्यों ने बताया, “शुरुआत में हमें डर था कि यह कार्य मुश्किल होगा, लेकिन प्रशिक्षण और एक-दूसरे के सहयोग से हम इसे सफलतापूर्वक कर पा रहे हैं।” अब ये महिलाएं आत्मनिर्भर हैं और अपने परिवार को आर्थिक रूप से मजबूती दे रही हैं।
बदलाव की मिसाल बनी रानी सविता और उनका समूह
शांति स्व सहायता समूह की सदस्य रानी सविता बताती हैं कि अब तक बछोद नवापारा, चारपारा, महूदा, सुल्तानार समेत कई पंचायतों में प्रधानमंत्री आवास और निजी आवासों में सेंट्रिंग प्लेट का कार्य किया गया है। इसके बदले समूह को करीब 5 लाख 72 हजार रुपए की आय हुई है। इस राशि से उन्होंने समूह का ऋण चुकाया और अपने घर का भी निर्माण कार्य पूरा किया।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में मजबूत कदम
इन महिलाओं की भागीदारी से न केवल निर्माण कार्यों में तेजी आई है, बल्कि स्थानीय स्तर पर महिला सशक्तिकरण की एक मजबूत मिसाल भी कायम हुई है। सेंट्रिंग जैसे तकनीकी और श्रम-प्रधान कार्यों में महिलाएं अब अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।