रायगढ़। CG : रायगढ़ में तापमान 43 डिग्री से अधिक हो गया है।ऐसे में स्कूली बच्चों को गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।अभिभावक भी बढ़ती गर्मी को देखते हुए आक्रोशित नजर आ रहे है।शासन ने अभी तक छुट्टी घोषित नहीं की है।बढ़ती गर्मी को लेकर महापौर जीवर्धन चौहान ने कलेक्टर को पत्र लिखकर स्कूलों की छुट्टी करने की मांग की है।इसके अलावा छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर स्कूलों को बंद करने की मांग की है।
गर्मी ने रायगढ़ जिले में अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। अप्रैल के तीसरे सप्ताह में ही तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है, जिससे आमजन खासकर बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। इस विकट गर्मी में छोटे-छोटे बच्चों को स्कूल भेजना अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। सुबह की पाली में भी तापमान 35 डिग्री के करीब होता है, जबकि दोपहर में स्कूल से लौटते समय गर्म के कारण बच्चों की तबीयत बिगड़ने का खतरा लगातार बना रहता है। कई अभिभावकों ने शासन से अपील की है कि बच्चों के स्वास्थ्य को देखते हुए स्कूलों में अवकाश घोषित किया जाए।बढ़ती गर्मी को देखते हुए रायगढ़ के महापौर जीवर्धन चौहान ने जिले के कलेक्टर को पत्र लिखकर स्कूलों में तत्काल गर्मी की छुट्टी घोषित करने की मांग की है। महापौर ने अपने पत्र में लिखा है कि “बढ़ते तापमान से स्कूली बच्चों की सेहत को खतरा है, और यदि समय पर निर्णय नहीं लिया गया, तो यह किसी बड़ी समस्या का कारण बन सकता है।इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने भी राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर सभी निजी स्कूलों को अवकाश देने की मांग की है। एसोसिएशन ने पत्र में लिखा है कि “गर्मी का असर बच्चों की पढ़ाई से ज्यादा अब उनके स्वास्थ्य पर पड़ने लगा है। शासन की ओर से अब तक कोई निर्णय नहीं वहीं दूसरी ओर, अब तक राज्य शासन की ओर से स्कूली छुट्टियों को लेकर कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया है। रायगढ़ में लगातार बढ़ती गर्मी ने प्रशासन के सामने एक बड़ा फैसला लेने की चुनौती खड़ी कर दी है। एक ओर बच्चों की पढ़ाई का मुद्दा है, तो दूसरी ओर उनकी सेहत का सवाल। ऐसे में अब सबकी नजरें शासन-प्रशासन पर टिकी हैं कि वो कब और कैसे इस दिशा में ठोस कदम उठाते हैं।