जांजगीर-चांपा।CG NEWS : जिले की बलौदा तहसील में भ्रष्टाचार का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। तहसील में बाबू पद पर कार्यरत प्रताप सिंह क्षत्रिय पर सीमांकन की निर्धारित तिथि देने के एवज में रिश्वत मांगने का गंभीर आरोप लगा है। पीड़ित व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि बाबू प्रताप सिंह ने सीमांकन कार्य को तय समय में करने के लिए ₹500 की रिश्वत की मांग की।
जब पीड़ित ने राशि कम देने की बात कही तो बाबू ने साफ शब्दों में कहा कि “पैसे नहीं दोगे तो काम नहीं होगा।” पीड़ित द्वारा इस संबंध में तहसीलदार से शिकायत किए जाने पर तहसीलदार ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोई भी कर्मचारी किसी से पैसे नहीं ले सकता, काम मुफ्त में होना चाहिए।
लेकिन तहसीलदार के वहां से चले जाने के बाद बाबू प्रताप सिंह ने फिर से रिश्वत की मांग की और खुलेआम कहा – “जाओ जो करना है कर लो, मैं किसी से डरता नहीं हूं, पैसा दोगे तभी काम होगा।”
इस पूरे घटनाक्रम का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें प्रताप सिंह को तहसील के दरवाज़े के पास एक व्यक्ति से पैसे लेते हुए देखा जा सकता है। वहीं पीड़ित का कहना है कि रिश्वत न देने की वजह से उन्हें सीमांकन की तिथि भी नहीं दी गई।
इस मामले ने प्रशासनिक प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि संबंधित विभाग इस पर क्या कार्रवाई करता है और पीड़ित को न्याय कब तक मिल पाता है।