राजनांदगांव। CG: शहर के कृषि उपज मंडी में जिले भर के सैकड़ों किसान अपनी फसल की उपज बेचने पहुंचते हैं। लेकिन कृषि उपज मंडी में किसानों को सुविधा कहीं दिखाई नहीं देती है, भीषण गर्मी के बीच किसानों के आराम के लिए भी जगह नही है। मंडी परिसर में सफाई का अभाव है, तो वहीं पेयजल की समुचित व्यवस्था भी नजर नहीं आती है। किसानों को पानी पीने मंडी सचिव कार्यालय जाना पड़ता है। किसानों को सुविधा देने के लिए मंडी शुल्क लिया जाता है तो वहीं शासन के द्वारा भी सुविधाओं को लेकर विभिन्न विकास कार्य कराए गए हैं । यहां लाखों रुपए के लागत से भवन बने है लेकिन किसानों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है।
राजनांदगांव के कृषि उपज मंडी में अव्यवस्था का आलम है। अपनी फसल की उपज बेचने आने वाले किसानों के लिए मंडी परिसर में बने शेड में पेयजल की व्यवस्था नहीं है। मंडी परिसर में किसानों के लिए पानी की टंकी बनी हुई है, लेकिन यह महीनों से बंद पड़ी हुई । कृषि उपज मंडी में कार्य करने वाले रेज और हमला के लिए भी पृथक – पृथक विश्राम गृह बनाया गया है, लेकिन रेज, हमाल के विश्राम गृह में भी ताला लगा हुआ रहता है । जिसके चलते खासकर महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
मंडी परिसर में जगह-जगह मूत्रालय और शौचालय बने हैं, लेकिन इसके रखरखाव के चलते यह जर्जर होकर खंडहर में तब्दील हो गए हैं । जिसका उपयोग नहीं हो पा रहा है, तो वही मंडी परिसर में स्थित शौचालय में भी गंदगी का आलम है । कृषि उपज मंडी में अपनी फसल की उपज बेचने पहुंचे किसानों ने कहा कि मंडी परिसर में बने शेड के आसपास ही पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके लिए मटके, वाटर कुलर लगाना चाहिए । वहीं उन्होंने कहा कि आराम करने के लिए कृषक विश्राम गृह तो बना है, लेकिन वह बंद रहता है। इसके चलते वह अपने धान की बोरियों में ही लेट कर आराम कर लेते हैं।