गरियाबंद। CG: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में पुलिस ने अवैध शराब तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो अलग-अलग मामलों में 71 लीटर कच्ची महुआ शराब के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया। क्या थी वह गुप्त सूचना और कैसे पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ा इन तस्करों को? आइए, जानते हैं इस सनसनीखेज कार्रवाई की पूरी कहानी।
“नया सवेरा” अभियान के तहत गरियाबंद पुलिस को वरिष्ठ अधिकारियों ने अवैध शराब और नशे की तस्करी पर रोक लगाने के सख्त निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में, 26 अप्रैल को थाना देवभोग को मुखबीर से खबर मिली कि सुपेबेड़ा गाँव में अरविंद कुमार क्षेत्रपाल (45) अपने घर में ओडिशा से लाई गई डबल लाल घोड़ा छाप कच्ची महुआ शराब बेच रहा है। पुलिस ने तुरंत छापा मारकर अरविंद के कब्जे से 36 लीटर शराब (कीमत 4500 रुपये) जब्त की और उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा 34(2) के तहत मामला दर्ज किया गया।
अगले ही दिन, 27 अप्रैल को, एक और गुप्त सूचना पर पुलिस ने केकराजोर गाँव के पास तोरण नागेश (22) को 35 लीटर कच्ची महुआ शराब (कीमत 3500 रुपये) के साथ रंगे हाथ पकड़ा। वह पैदल शराब बेचने की फिराक में था। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। दोनों मामलों में कुल 71 लीटर शराब, जिसकी कीमत 8000 रुपये है, जब्त की गई। दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
यह कार्रवाई नशे के खिलाफ पुलिस की जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाती है। युवाओं को नशे से दूर रहने और समाज को स्वच्छ बनाने के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करना होगा। आइए, एक नशामुक्त और समृद्ध छत्तीसगढ़ के लिए कदम बढ़ाएँ।