रायगढ़। CG NEWS : जिले का एकमात्र बड़ा शासकीय अस्पताल—किरोड़ीमल जिला चिकित्सालय वर्तमान में बदहाल स्थिति से गुजर रहा है। यह अस्पताल लगभग 80 साल पुराना है और इसकी हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि लोक निर्माण विभाग ने इसे ‘डेड’ घोषित कर दिया है। बरसात के दिनों में छत से पानी टपकता है, दीवारों में सीलन है और जगह-जगह से प्लास्टर झड़ चुका है। इस बदतर स्थिति के बीच मरीजों और स्टाफ को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अस्पताल को नए भवन में स्थानांतरित करने के लिए दो साल पहले प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया था, लेकिन बजट के अभाव में अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। जब रायगढ़ में मेडिकल कॉलेज की स्थापना हुई थी, तब भवन की अस्थायी मरम्मत कर इसे कॉलेज हॉस्पिटल के रूप में उपयोग में लाया गया था। मगर अब जब मेडिकल कॉलेज अपने स्थायी भवन में स्थानांतरित हो चुका है, तब से इस अस्पताल की देखरेख नहीं हो पा रही है और अव्यवस्था बढ़ती जा रही है। सिर्फ भवन की हालत ही नहीं, बल्कि अस्पताल में स्टाफ की भारी कमी भी चिंता का विषय बनी हुई है। पीडियाट्रिशियन, गायनिकोलॉजिस्ट, न्यूरो और ऑर्थोपेडिक सर्जन जैसे विशेषज्ञ डॉक्टरों के पद वर्षों से खाली हैं। इसके अलावा नर्सिंग स्टाफ और लैब टेक्नीशियन के पद भी लंबे समय से रिक्त हैं, जिससे मरीजों को समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। सिविल सर्जन डॉ. दिनेश पटेल ने बताया कि रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए शासन स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही, पुराने भवन को तोड़ने के पहले एक वैकल्पिक भवन तैयार कर अस्पताल को अस्थायी रूप से वहां शिफ्ट करने की योजना है। लेकिन जब तक यह कार्यवाही पूरी नहीं होती, तब तक मरीजों के लिए हर संभव व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है।