धरसींवा।CG NEWS : गुरुवार की दोपहर करीब 3 बजे धरसींवा और उसके आसपास के क्षेत्रों में अचानक आए तेज आंधी-तूफान ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। इस भीषण प्राकृतिक आपदा ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। तेज हवाओं के बवंडर ने तरपोंगी स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने टोल प्लाजा को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया, जहां दोनों ओर की विशाल शेडें लोहे के खंभों समेत उड़ गईं। सौभाग्य से इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है, सभी टोलकर्मी सुरक्षित हैं।
बिजली व्यवस्था पूरी तरह ठप
तूफान के कारण क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति भी पूरी तरह ठप हो गई है। तेज हवाओं ने कई बिजली के खंभों को उखाड़ दिया और तारों को उलझा दिया, जिससे धरसींवा समेत पूरे क्षेत्र में ब्लैकआउट की स्थिति बन गई है। भीषण गर्मी के बीच बिजली की अनुपलब्धता ने आम लोगों की परेशानियों को और बढ़ा दिया है। बिजली विभाग द्वारा आपूर्ति बहाल करने का प्रयास जारी है, लेकिन समय सीमा को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।
सड़कों पर अफरा-तफरी, यातायात ठप
तूफान ने सड़क यातायात को भी बुरी तरह प्रभावित किया। तेज हवाओं से कई विशाल पेड़ जड़ से उखड़कर सड़कों पर आ गिरे, जिससे रायपुर-खरोरा और धरसींवा-सिमगा मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गए हैं। इससे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है और यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर रास्ता साफ करने में जुटे हैं।
ग्रामीणों में दहशत, भारी नुकसान
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने जीवन में ऐसा तूफान पहले कभी नहीं देखा था। अचानक बदले मौसम ने कुछ ही पलों में तबाही मचा दी। कई घर क्षतिग्रस्त हो गए, खासकर टिन और सेड वाली संरचनाएं पूरी तरह उड़ गईं। कुछ लोगों को मामूली चोटें भी आई हैं। लोग अपने घरों में दुबक कर किसी तरह जान बचाते रहे। इस प्राकृतिक आपदा से क्षेत्र में व्यापक नुकसान हुआ है।
तत्काल राहत की आवश्यकता
अब सबसे बड़ी जरूरत प्रभावितों को त्वरित राहत और सहायता पहुंचाने की है। प्रशासन को चाहिए कि वह हालात का आकलन कर पीड़ितों को शीघ्र मुआवजा, आश्रय और खाद्य सामग्री मुहैया कराए, ताकि वे इस आपदा से उबर सकें।