House arrest show in controversy : उल्लू ऐप पर एजाज खान द्वारा होस्ट किया गया रियलिटी शो ‘हाउस अरेस्ट’ अपनी अश्लील और विवादास्पद सामग्री के कारण भारी आलोचना के बाद बंद कर दिया गया है। उल्लू ऐप ने शो के सभी एपिसोड अपनी आधिकारिक वेबसाइट और प्लेटफॉर्म से हटा लिए हैं। इस शो के खिलाफ मुंबई पुलिस ने FIR दर्ज की है, और राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने उल्लू ऐप के CEO विभु अग्रवाल और होस्ट एजाज खान को 9 मई 2025 को पेश होने के लिए समन जारी किया है।
विवाद का कारण
‘हाउस अरेस्ट’ एक कैप्टिव-बेस्ड रियलिटी शो था, जिसे बिग बॉस और लॉक अप जैसे फॉर्मेट से प्रेरित बताया जा रहा था। शो में अभिनेत्री गहना वशिष्ठ, नेहल वडोलिया, आभा पॉल, हुमैरा शेख, और अन्य के साथ कई नए चेहरों ने हिस्सा लिया था। 29 अप्रैल को शो का एक क्लिप वायरल हुआ, जिसमें एजाज खान कथित तौर पर महिला प्रतियोगियों को जबरन अश्लील दृश्य करने और अंडरगारमेंट्स उतारने के लिए उकसाते नजर आए।
क्लिप में खान द्वारा प्रतियोगियों से सेक्स पोजीशन प्रदर्शित करने की मांग और उनकी असहजता के बावजूद दबाव डालने के दृश्यों ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं जन्म दीं।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया शो के खिलाफ कई राजनीतिक हस्तियों ने कड़ा रुख अपनाया। शिव सेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि उन्होंने उल्लू ऐप और अन्य OTT प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील सामग्री के मुद्दे को संसदीय स्थायी समिति में उठाया था, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर कहा, “यह नहीं चलेगा, हमारी समिति इस पर कार्रवाई करेगी।” महाराष्ट्र बीजेपी MLC चित्रा वाघ ने शो को “सांस्कृतिक मूल्यों पर हमला” बताते हुए तत्काल बैन की मांग की। सोशल मीडिया पर भी यूजर्स ने इसे “भारतीय संस्कृति पर कलंक” और “सॉफ्ट पोर्न” करार देते हुए बैन की मांग की।
NCW की कार्रवाई
राष्ट्रीय महिला आयोग ने वायरल क्लिप का स्वत: संज्ञान लेते हुए उल्लू ऐप को “महिलाओं की गरिमा का उल्लंघन” और “सहमति का हनन” करने वाला बताया। NCW चेयरपर्सन विजया राहटकर ने कहा, “मनोरंजन के नाम पर महिलाओं का शोषण और ऑब्जेक्टिफिकेशन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” आयोग ने कहा कि ऐसी सामग्री भारतीय न्याय संहिता 2023 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 के तहत गंभीर अपराध हो सकती है। विभु अग्रवाल और एजाज खान को 9 मई को आयोग के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया गया है।
FIR और कानूनी कार्रवाई
मुंबई पुलिस ने शो के खिलाफ अश्लीलता और सांस्कृतिक अपमान के आरोप में FIR दर्ज की है। अधिवक्ता विनीत जिंदल ने दिल्ली पुलिस और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में शिकायत दर्ज कर शो के निर्माताओं और कलाकारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। शिकायत में कहा गया कि शो की सामग्री “भारतीय सांस्कृतिक मानदंडों और कानूनी दिशानिर्देशों का उल्लंघन” करती है।
उल्लू ऐप का फैसला
विवाद बढ़ने के बाद उल्लू ऐप ने शो को बंद करने का फैसला लिया और सभी एपिसोड हटा दिए। हालांकि, प्लेटफॉर्म की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। यह पहली बार नहीं है जब उल्लू ऐप विवादों में घिरा है; इससे पहले भी इसके कंटेंट को अश्लीलता के लिए निशाना बनाया जा चुका है।
सामाजिक और कानूनी सवाल
यह मामला OTT प्लेटफॉर्म्स पर कंटेंट रेगुलेशन और महिलाओं की सहमति व गरिमा के मुद्दों को फिर से चर्चा में लाया है। पहले भी मार्च 2024 में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 18 OTT प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील सामग्री के लिए प्रतिबंध लगाया था, लेकिन उल्लू और ALT बालाजी जैसे प्लेटफॉर्म्स उस कार्रवाई से बच निकले थे। विशेषज्ञों का कहना है कि इस घटना से OTT कंटेंट के लिए सख्त सेंसरशिप और रेगुलेशन की मांग तेज हो सकती है।
‘हाउस अरेस्ट’ का विवाद न केवल उल्लू ऐप और एजाज खान के लिए कानूनी चुनौती बन गया है, बल्कि यह डिजिटल मनोरंजन में नैतिकता, सहमति, और सांस्कृतिक संवेदनशीलता जैसे गंभीर सवालों को भी उजागर करता है। NCW की सुनवाई और पुलिस जांच के नतीजे इस मामले की दिशा तय करेंगे, लेकिन यह घटना OTT प्लेटफॉर्म्स के भविष्य पर गहरे सवाल छोड़ गई है।