रायगढ़। CG NEWS : स्व. लखीराम अग्रवाल मेडिकल कॉलेज में तीन दिवसीय चिकित्सा शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य मेडिकल छात्रों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों को नवीनतम शैक्षणिक पद्धतियों से अवगत कराना था, जिससे शिक्षा का स्तर और अधिक प्रभावशाली एवं गुणवत्तापूर्ण हो सके।
कार्यशाला में अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज से 10, सिम्स बिलासपुर से 6 तथा रायगढ़ मेडिकल कॉलेज से 14 सहित कुल 30 चिकित्सा शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यशाला में शिक्षकों को इंटरैक्टिव टीचिंग, क्लीनिकल केस बेस्ड लर्निंग, स्टूडेंट सेंट्रिक अप्रोच तथा मेडिकल एजुकेशन में तकनीकी उपकरणों के उपयोग जैसी आधुनिक विधाओं की जानकारी दी गई। यह कार्यक्रम चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और छात्रों को व्यवहारिक ज्ञान से जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
नेशनल मेडिकल कमीशन की ओर से अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज के एएमयू कोऑर्डिनेटर डॉ परमानंद अग्रवाल कार्यशाला में आब्जर्वर के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाएं न केवल शिक्षकों के लिए उपयोगी हैं बल्कि इसका सीधा लाभ छात्रों को मिलेगा। नई शिक्षण विधियों से छात्रों की समझ और भागीदारी दोनों में वृद्धि होगी। इस प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य चिकित्सा शिक्षकों को विभिन्न विषयों और तकनीकों में दक्ष बनाकर उन्हें सर्वांगीण रूप से प्रशिक्षित करना है, ताकि वे छात्रों को व्यवहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान का संतुलन प्रदान कर सकें। प्रभारी डीन डॉ आनंद मसीह लकड़ा और रायगढ़ मेडिकल कॉलेज की टीम के संयुक्त प्रयासों से यह कार्यशाला सफलतापूर्वक आयोजित हुई। बताया गया कि इस प्रकार की प्रशिक्षण कार्यशालाएं साल में दो बार आयोजित की जाती हैं, जिससे शिक्षकों को निरंतर अद्यतन जानकारी और नई शिक्षण विधियों से जोड़ा जा सके। इस कार्यशाला की सफलता से उत्साहित आयोजकों ने भविष्य में इसे और व्यापक रूप देने की योजना भी जताई है।